चम्पावत: उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध पौराणिक देवीधुरा बग्वाल मेले (आषाढ़ी मेले) की शुरुआत हो गई है. 26 अगस्त तक चलने वाले मेले का शुभारंभ केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने हनुमान मंदिर के निकट मुख्य गेट पर फीता काटकर किया. स्थानीय महिलाओं, स्कूली बच्चों द्वारा पारम्परिक परिधानों में मंदिर प्रांगण तक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई.
इस मौके पर मंत्री अजय टम्टा ने मां वाराही के दर्शन कर पूजार्चना की. साथ ही उन्होंने देश, राज्य व जनपद की खुशहाली व शांति की कामना की. उन्होंने कहा मां वाराही की असीम कृपा जनपदवासियों पर बनी रहे. इस अवसर पर कार्यक्रम में आए अतिथियों का संस्कृत महाविद्यालय देवीधूरा के छात्रों तथा राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वास्तिक वचन कर स्वागत किया. केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कहा मां वाराही की असीम कृपा से ही मुझे इस पावन मेले का शुभारंभ करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है.
उन्होंने कहा इस मेले का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व है. पूरे विश्व में ऐसी पाषाण क्रीड़ा हर वर्ष रक्षाबंधन के अवसर पर यहां की जाती है, जो पूरी दुनिया में आस्था और परम्परा का अद्भुत संगम है. केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कहा इस मेले को हम आने वाले समय में और भी बेहतर बनाएंगे. मेले का पूर्व से ही बेहतर आयोजन होता आया है. इस बार भी मेले का सफल आयोजन हो रहा है. बगवाल मेले में उत्तराखंड की पारम्परिक कला, संस्कृति का अद्भुद संगम भी देखने को मिल रहा है.
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