पटनाः बिहार में आयोजित नीट परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. बिहार में सॉल्वर गैंग के अब तक नौ सदस्य को गिरफ्तार किया गया है. इसमें 7 मेडिकल स्टूडेंट हैं. पांच को पटना से गिरफ्तार किया गया है. इसमें तीन मेडिकल स्टूडेंट है. जबकि दो रॉकी और सिकंदर यादव सरगना बताए जा रहे हैं. दोनों पूर्व में भी पेपर लीक मामले में जेल जा चुके हैं.
पूर्णिया चार सॉल्वर गिरफ्तारः पूर्णिया से भी चार सॉल्वर्स को हिरासत में लिया गया है. चारों मेडिकल स्टूडेंट बताए जाते हैं. पूर्णिया के मधुबनी टीओपी थाना के एसआरडीसी स्कूल के एग्जामिनेशन सेंटर से पकड़े गए चारों सॉल्वर गैंग के सदस्य बताए जा रहे हैं. एक राजस्थान के जालौर और बाकी तीनों बिहार के भोजपुर, बेगूसराय और सीतामढ़ी के रहने वाले हैं.
20 लाख रुपए में डीलः जानकारी के अनुसार सॉल्वर गैंग के यह सदस्य 20 लाख रुपए में डील किए थे. जिसमें पेपर देने के बाद 5 लाख मिलने वाले थे और रिजल्ट के बाद बाकी बचे हुए पैसे मिलने वाले थे. इस पूरे प्रकरण में पुलिस की जांच में सामने आया है कि सॉल्वर गैंग के सरगना मेडिकल परीक्षा में सफल हुए छात्रों को चिह्नित करते हैं.
आर्थिक रूप से कमजोर छात्र को टार्गेटः गैंग के लोग ज्यादातर फर्स्ट ईयर के छात्रों को वह टारगेट करते हैं. देखते हैं कि कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि के तेज छात्र जो खूब पैसे खर्च करना और अय्याशी करना चाहते हैं उनसे अपना मेल-जोल बढ़ाते हैं. उन पर पैसे खर्च करते हैं और फिर उन्हें पैसे का लालच देते हुए इस प्रकार का काम कराते हैं.
'23 लाख छात्रों के साथ धोखा': लोकसभा चुनाव के समय यह मुद्दा अब राष्ट्रीय मुद्दा बनते जा रहा है. इसको लेकर राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर निशाना साधते हुए कहा है कि मोदी सरकार सभी के लिए अभिशाप बन चुकी है. राहुल गांधी लिखते हैं कि "NEET परीक्षा का पेपर लीक होने की खबर 23 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं और उनके परिवारों के सपनों के साथ धोखा है."