सागर. अंतिम संस्कार का ये दृश्य जिसने भी देखा वो भावुक होने के साथ-साथ अचंभित भी था. जानकारी के मुताबिक सागर जिले (Sagar district) के उपनगरीय क्षेत्र मकरोनिया (Makronia) में सेवानिवृत एएसआई हरिश्चंद्र अहिरवार का निधन हो गया था, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार उनकी 9 बेटियों (9 daughters performed final rites) ने एक साथ किया. एएसआई हरिश्चंद्र अहिरवार का कोई बेटा नहीं था इसी वजह से उनकी 9 बेटियों ने बेटों की तरह उनका अंतिम संस्कार किया.
अंतिम सफर में भी बेटियों ने दिया कंधा
रिटायर्ड एएसआई हरिश्चंद्र अहिरवार का बीते दिनों ब्रेन हेमरेज से निधन हो गया था. इसके बाद उनकी 9 बेटियों ने न सिर्फ उन्हें मुक्ति धाम पहुंचाया, बल्कि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार कंधा देकर पहले अपने पिता को अंतिम विदाई दी. शव यात्रा के दौरान जब क्षेत्र के लोगों ने ये मंजर देखा, तो उनकी भी आंखें नम हो गईं.
7 बेटियों का कर चुके थे विवाह
रिटायर्ड एएसआई हरिश्चंद्र अहिरवार मकरोनिया के वार्ड क्रमांक-17 में रहते थे और पुलिस की दसवीं बटालियन से रिटायर हुए थे. उन्होंने अपनी सभी बेटियों को समान रूप से पाला और 9 में से 7 बेटियों का वे विवाह भी कर चुके थे. उनका कोई बेटा नहीं था ऐसे में सोमवार सुबह निधन के बाद सभी बेटियां ने अपने पिता का खुद अंतिम संस्कार करने का फैसला किया.
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सिर्फ बेटा ही सबकुछ नहीं होता
अंतिम संस्कार का मंजर देखते हुए कई लोग अचरज में पड़ गए तो कुछ ने बेटियों को सांत्वना देने के साथ उनके इस कदन की प्रशंसा की. लोगों ने कहा कि केवल पुत्र ही सब कुछ नहीं होता, पुत्री भी बहुत कुछ होती है. इन बेटियों ने अपने पिता का अंतिम सांस और अंतिम सफर तक साथ देकर एक मिसाल पेश की है.