मेरठ: यूपी के मेरठ में एक मां के सामने ना जाने के मुश्किलें आ गईं जो उसने जन्म देते ही बच्ची को अपने गले से लगाने के बजाय खेत में छोड़ दिया. मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र के रुहासा गांव में गन्ने के खेत से नवजात बच्ची कपड़ों की पोटली में मिली है.
बच्ची के चीखने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस पड़ताल में जुट गई है. पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है. वहीं, हर कोई सिर्फ यही कह रहा है कि कोई निर्दयी ही होगा जो नवजात बच्ची को इतनी सर्दी के बावजूद खेत में छोड़ कर चला गया.
रूहासा गांव के तालाब के पास अफजल का खेत है. वहां कुछ बच्चे खेल रहे थे. इसी बीच बच्चों को खेत से किसी के रोने की आवाज सुनाई दी, जिस पर बच्चों ने वहां पहुंच कर देखा तो एक पोटली में नवजात बच्ची तेज-तेज रो रही थी. उन बच्चों ने बिना देर किए अपने घर जाकर परिजनों को जानकारी दी. जिसके बाद रुखसार पत्नी शाहिद और शबाना पत्नी रशीद मौके पर पहुंची.
उन्होंने बच्ची को उठाकर पहले कुछ कपड़ों से ढंका. दौराला के मल्हू सिंह आर्य कन्या इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. नीरा तोमर ने मौके पर पहुंच कर चाइल्ड हेल्पलाइन पर बच्ची की सूचना दी. जिसके बाद मौके पर स्थानीय थाना पुलिस भी पहुंच गई. महिला दारोगा मनीषा यादव ने बच्ची को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां बच्ची का चेकअप किया गया. उसके बाद उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया.
प्रिंसिपल नीरा तोमर ने बताया कि बच्ची को जिला अस्पताल में डाक्टरों की देखरेख में सुपुर्द कर दिया गया है, उसे कॉटन से फीडिंग भी कराई गई है. सीएमओ अशोक कटारिया का कहना है कि बच्ची क्योंकि सर्दी के मौसम में मिली है, ऐसे में उसे कोई संक्रमण न हो और कोई समस्या न हो इसलिए जिला अस्पताल में उसे बच्चों के वार्ड में एडमिट कराया गया है.
सीओ अंतरिक्ष जैन ने बताया कि थाना पुलिस को यह पता लगाने के निर्देश दिए हैं कि जहां बच्ची मिली है, क्या वहां कहीं आसपास में कोई सीसीटीवी हैं. अगर हैं तो पड़ताल करें. पुलिस बच्ची के माता, पिता की तलाश कर रही है. वहीं अभी तक बच्ची को अपनाने के लिए कोई आगे नहीं आया है.
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