जयपुर : तकनीक और संचार माध्यम के लगातार बढ़ते उपयोग के साथ ही लोगों की इन पर निर्भरता बढ़ रही है. साइबर ठग इसी का फायदा उठाकर फ्रॉड के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. ऐसे मामलों में साइबर ठग किसी व्यक्ति को कॉल कर उसके परिजन या परिचित के कहने पर कुछ रकम उस व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर करने की बात कहते हैं. उस व्यक्ति के पास रकम ट्रांसफर होने का मैसेज भी आता है, लेकिन जितनी राशि ट्रांसफर होने की बात कॉल पर होती है. उससे ज्यादा राशि ट्रांसफर होने का मैसेज आता है. इन हालात में साइबर ठग अतिरिक्त राशि वापस अपने अकाउंट में ट्रांसफर करने को कहता है. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति साइबर ठगों की बात में आकर अतिरिक्त राशि ट्रांसफर कर देता है तो उसे चूना लग जाता है.
मोबाइल पर आता है मैसेज, खाते में रकम नहीं : साइबर एक्सपर्ट हेमराज सरवता का कहना है कि ऐसे मामलों में आमतौर पर देखने में आता है कि पीड़ित व्यक्ति के मोबाइल में रकम ट्रांसफर होने का मैसेज तो आता है, लेकिन उसके खाते में रकम नहीं आती. जो मैसेज पीड़ित व्यक्ति के मोबाइल पर आता है, वो बैंक की तरफ से नहीं आता है. बल्कि यह मैसेज साइबर ठग अपने नंबर से करते हैं. जल्दबाजी में पीड़ित व्यक्ति इस पर ध्यान नहीं देता कि मैसेज किस नंबर से आया है तो वह साइबर ठगी का शिकार हो जाता है.
इसे भी पढ़ें. ठगी का ये तरीका जानकार हैरान हो जाएंगे आप, महिला को गर्भवती करने का ऑफर और फिर आपका अकाउंट खाली
ऐसे बनाते हैं साइबर ठग निशाना : किसी व्यक्ति को कॉल कर साइबर ठगी करने वाला कहता है कि उनके पिता या भाई के नंबर पर रकम ट्रांसफर करने में दिक्कत आ रही है, इसलिए उन्होंने आपका नंबर दिया है. साइबर ठग दो-पांच हजार रुपए ट्रांसफर करने की बात कहता है, लेकिन पीड़ित के मोबाइल पर मैसेज ज्यादा रकम ट्रांसफर होने का आता है. इसके तुरंत बाद दोबारा कॉल आता है और ज्यादा रकम वापस भेजने की बात कही जाती है.
ऐसी स्थिति में कैसे बच सकते हैं साइबर फ्रॉड से : साइबर एक्सपर्ट हेमराज सरवता का कहना है कि अनजान व्यक्ति कॉल करके ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने की बात करता है तो इसे इग्नोर करके ही बचा जा सकता है. कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की बात करता है तो बैंक खाते में रकम ट्रांसफर हो गई या नहीं, इसकी पूरी पड़ताल कर लें. किसी भी तरह की साइबर ठगी होने पर साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवाएं और तत्काल पुलिस की मदद लें.