मेरठ: आवास एवं विकास परिषद 19 साल बाद दिल्ली के करीब मेरठ में नई टाऊनशिप बसा रहा है. यह टाउनशिप मेट्रो सिटी की तरह तमाम अत्याधुनिक सुविधा सम्पन्न होगी. इसमें जो लोग दिल्ली के नजदीक बसना चाहते हैं, वे इस टाउनशिप में अपना आशियाना बना सकेंगे. लगभग 80 से 90 हजार प्लॉट-फ्लैट यहां मिलेंगे. इसके साथ ही कॉमर्शियल एरिया भी इस योजना में विकसित होगा. आइए जानते हैं, क्या है पूरा प्लान.
इन दिनों गंगा एक्सप्रेस वे का काम तीव्र गति से चल रहा है, वहीं अब इसके किनारे आवासीय योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए भी प्रयास हो रहे हैं. यूपी वेस्ट के मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ के एरिया भी विकसित होंगे. ऐसे में आवास विकास परिषद मेरठ शहर से सटे कई गांवों में नई टाउनशिप को लेकर प्लान बना चुका है.
क्या है योजना: इस बारे में ईटीवी भारत से आवास एवं विकास परिषद के मेरठ के अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार ने बताया कि मेरठ में एक योजना लाई जा रही है, जो कि लगभग 1500 एकड़ भूमि में प्लान की गई है. मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे का जो पांचवां चरण जुड़ रहा रहा है, उसी से लगी यह योजना है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ से आकर चयन समिति भी इसको लेकर निरिक्षण कर चुकी है. शीघ्र ही अब जनवरी माह में धारा 28 की कार्रवाई की जाएगी.
टाउनशिप में हर तरह की सुविधा: वह कहते हैं कि यह काफी अच्छी योजना है. क्योंकि यह गंगा एक्सप्रेस वे के काफी नजदीक है, जबकि मेरठ में जो रिंग रोड को लेकर कार्ययोजना है, वह भी बिल्कुल इसके पास ही से गुजरेगी. यह योजना सभी तरह की सुविधाओं से लैस होगी, यहां कमर्शियल एरिया से लेकर स्कूल भी रहेंगे. यहां कॉमर्शियल के साथ-साथ आवासीय प्लॉट-फ्लैट भी रहेंगे, कम्युनिटी सेंटर से लेकर हर श्रेणी के लिए आवास होंगे. जागृति विहार विस्तार में भी भूमि कम ही बची है. उन लोगों के लिए जो दिल्ली के करीब मेरठ में बसना चाहते हैं, उनके लिए यह टाउनशिप बेहद ही उपयोगी और अच्छी साबित होगी. इसमें सभी तरह की ग्रुप हाउसिंग को लेकर प्लान बनाया गया है.
इन गांवों की जमीन होगी अधिग्रहीत: आवास एवं विकास परिषद के जिम्मेदार अधिकारी बताते हैं कि इस योजना में मेरठ के जाहिदपुर, नरहेड़ा, जुदानपुर, सलेमपुर समेत दस गांव की ज़मीन का अधिग्रहण किया जाएगा. यह टाउनशिप रेलवे लाइन और हापुड़ रोड़ के मध्य स्थित दस गांवों की जमीन पर तैयार की जानी है. जिससे मेरठ का भी विस्तार होगा. क्योंकि अब दिल्ली और मेरठ का लिंक काफी अच्छा हो गया है. मेरठ से दिल्ली के लिए कनेक्टिविटी बेहतर हो गई है. ऐसे में उम्मीद है कि दिल्ली और एनसीआर के लोग भी काफी संख्या में यहां आकर बसना पसंद करेंगे. अब बस धारा 28 के तहत सुनवाई करके आपत्तियां मांगी जाएंगी उसके बाद अधिग्रहण की कार्रवाई शुरु क़र दी जाएगी.
टाउनशिप में 80 से 90 हजार आवास : मेरठ में विकसित होने वाली नई टाउनशिप में दुर्बल आय वर्ग, अल्प आय वर्ग, मध्यम आय वर्ग से लेकर उच्च आय वर्ग के ऐसे लोग जो दिल्ली-एनसीआर में अपना घर बनाना चाहते हैं, उन्हें अच्छा अवसर गाजियाबाद से सटे मेरठ में मिल जाएगा. जनवरी 2025 से इस पर काम शुरू हो जाएगा.
यह भी पढ़ें : बदायूं का सूर्यकुंड; जानिए क्या है बौद्ध मठ और मंदिर का विवाद - BADAUN NEWS