नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं रेखा गुप्ता एक सहेली के रूप में संगठन में थीं. उसी का नतीजा है कि आज जब रामलीला मैदान में वह मुख्यमंत्री के पद व गोपनीयता की शपथ ली, तब दिल्ली ही नहीं देश के अलग-अलग शहरों से उनको चाहने वाले साक्षी बनने के लिए पहुंचे थे. उनका मानना था कि रेखा गुप्ता राजनीतिक जिम्मेदारी के साथ-साथ अपने व्यक्तिगत और सोशल जिम्मेदारी भी बखूबी निभाती हैं.
रेखा छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहीं हैं: यूपी के गोरखपुर से राज्यसभा सदस्य संगीता यादव भी रामलीला मैदान में दिल्ली के मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने आई थीं. उन्होंने कहा कि, " रेखा दीदी महिला मोर्चा की टीम में है वह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, इसलिए खुशी को सेलिब्रेट करने आए हैं." क्या उन्हें उम्मीद थी कि महिला मुख्यमंत्री चुनी जाएंगी? इस सवाल पर संगीता यादव कहतीं हैं जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए हैं, उन्होंने महिलाओं के हित के लिए बड़े फैसले लिए हैं. पार्टी के शीर्ष नेताओं ने यह निर्णय लिया है उनका बहुत-बहुत आभार जताया. दिल्ली को विकसित शहर बनाने के जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों बात कही थी, वह कैसे पूरा होगा? इस पर सांसद संगीता यादव ने कहा कि छात्र जीवन से ही रेखा राजनीति में सक्रिय रही हैं, विधायक बनने से पहले निगम पार्षद थीं, वह दिल्ली को बहुत अच्छे से समझती हैं. पहले उन्होंने जितना बेहतर करने की कोशिश की, अब वह और बेहतर करेंगीं.
पॉलिटिकल और पर्सनल लाइफ को बेहतर तरीके से हैंडल करने में सक्षम: भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकारिणी सदस्य रहीं डॉक्टर पदमा जो हैदराबाद से हैं, उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा महसूस कर रही हैं. उनके साथ बहुत काम किया है. वह बहुत मेहनत करती थी. वह जिम्मेदारी को लीड करने में कोशिश करती थीं. वह एक ऐसी मॉडर्न महिला का उदाहरण है, जो अपनी पॉलीटिकल लाइफ और पर्सनल लाइफ दोनों को बेहतर तरीके से चला सके. उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है. आम आदमी पार्टी सरकार ने महिलाओं की योजनाएं लागू की थी, बीजेपी उनसे बेहतर सुविधा दे सकती है, जिसका वादा भी बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में किया है.
महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक बड़ा फैसला: दिल्ली की रहने वालीं शिप्रा त्रिपाठी जो महिला मोर्चा में सेक्रेटरी हैं, वह कहती हैं, महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक बड़ा फैसला है. इसलिए आज महिला मोर्चा की पूरी टीम आई हुई है. बता दें कि दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं रेखा गुप्ता ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1993 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की, और 1996-1997 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष बनीं थीं. वर्ष 2007 और 2012 में उत्तरी पीतमपुरा (वार्ड 54) से निगम पार्षद के रूप में चुनी गईं थीं. वह बीजेपी की राष्ट्रीय महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष भी हैं.
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