हापुड़ : ऑपरेशन के दौरान निजी अस्पताल के डॉक्टरों की घोर लापरवाही उजागर हुई है. परिजनों ने ऑपरेशन करने वाले डाॅक्टरों पर कार्रवाई की मांग को लेकर संबंधित अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया. परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने मरीज के पेट में ड्रेसिंग (पट्टियां) छोड़ दी थीं. मरीज की तकलीफ बढ़ने पर इलाज करने से मना कर दिया. इसके बाद दूसरे अस्पताल में जांच के बाद पट्टियां छोड़ने की बात सामने आई. इसके बाद दोबारा ऑपरेशन करके मरीज की जान बचाई जा सकी. वहीं अस्पताल में प्रदर्शन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा- बुझाकर शांत करा दिया है.
मामला जनपद हापुड़ के हापुड़ कोतवाली क्षेत्र का है. कोतवाली के सामने स्थित वैलनेस हॉस्पिटल में करीब 10 दिन पहले फ्रीगंज रोड निवासी पूनम का अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ था. परिजनों ने बताया कि जब पूनम को लेकर अस्पताल आए तो डॉक्टरों ने मरीज की गंभीर हालत बताकर जल्दी ऑपरेशन करने के लिए कहा था. इस पर ऑपरेशन के लिए हामी भर दी थी. डॉक्टर ने ऑपरेशन कर दिया, लेकिन उसके बाद भी पूनम की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी. परिजनों ने डॉक्टर से बात की तो वहां मौजूद सभी डॉक्टरों ने धमका कर भगा दिया. किसी तरह पूनम को लेकर दूसरे अस्पताल पहुंचे. वहां जांच के बाद बताया गया कि मरीज के पेट से काफी मात्रा में ड्रेसिंग (बैंडेज) हैं. इसके बाद दोबारा ऑपरेशन करके बैंडेज निकाली गईं. इसके बाद मरीज के परिजन वैलनेस हॉस्पिटल पहुंचे और दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करने लगे.
परिजनों का कहना था कि हमारे आते ही आरोपी डॉक्टर अस्पताल से फरार हो गए हैं. वहीं हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बूझकर शांत कराया और कार्रवाई का आश्वासन दिया. हालांकि परिजन दोषी डाॅक्टर पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. हापुड़ सिटी कोतवाली प्रभारी रघुराज सिंह का कहना है कि अस्पताल के बाहर हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी. डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप है. परिजनों को कार्रवाई के बाबत आश्वस्त किया गया है.