भोपाल। NEET एग्जाम में गड़बड़ी का मामला अब व्यापक होता जा रहा है. इस मामले को लेकर जहां सरकार बचाव की मुद्रा में है तो वहीं, विपक्ष के दनादन हमले जारी हैं. आम आदमी पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को आयोदित प्रेस वार्ता में इपने इरादे जाहिर कर दिए हैं. राहलु गांधी ने कहा "हर कोई जानता है कि पेपर लीक मामलों में मध्यप्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश की क्या स्थिति है." वहीं, केंद्र सरकार द्वारा NTA को क्लीन चिट दिए जाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है, "इन मामलों में उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है. अगर वे क्लीन चिट देते हैं, तो इसका कोई मतलब नहीं है, उनकी विश्वसनीयता शून्य है."
क्या बयान दिया केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जयसवाल का कहना है, "नीट में कई मुद्दे थे. एक 'ग्रेस मार्क' का मुद्दा था. दूसरा, आरोप है कि बिहार में कुछ हुआ, जिसकी जांच चल रही है. तीसरा, एक मुद्दा था. कुछ कदाचार के बारे में गुजरात से आरोप. ये तीन अलग-अलग प्रकार के मुद्दे हैं.ग्रेस मार्क का मुद्दा पूरी तरह से हल हो गया है. दूसरा बिहार में एक कथित लीक है, आर्थिक अपराध शाखा पहले से ही जांच कर रही है. उन्होंने कर लिया है बहुत सारी जानकारी मांगी गई और एनटीए ने उपलब्ध भी करा दी.''
बीजेपी ने पूरा शिक्षा सिस्टम कैप्चर किया
राहुल गांधी ने कहा "बीजेपी के सत्ता में रहते शिक्षा का सिस्टम एक संगठन ने पूरी तरह से कैप्चर कर लिया है. कॉलेजों-विश्विद्यालयों में प्रोफेसर, कुलपति, कुलसचिव के पदों पर एक ही संगठन के लोग नियुक्त कि गए. इस संगठन और भाजपा ने पूरा एजुकेशन सिस्टम खत्म कर दिया है." राहुल गांधी ने कहा "इस मुद्दे को संसद सत्र में जोरदार तरीके से उठाया जाएगा." राहुल गांधी ने कटाक्ष किया कि मोदी जी ने रूस-यूक्रेन युद्ध रोक दिया, लेकिन कुछ कारणों से नरेंद्र मोदी पेपर लीक रोक नहीं पाए हैं या रोकना नहीं चाहता.
व्यापमं मामला भी उठाते रहे हैं राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा "सारी धांधलियों का मुख्य केंद्र एमपी, यूपी और गुजरात हैं. राज्य सरकारें भी इन धांधलियों को रोकना ही नहीं चाहती." गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में करीब 10 साल पहले हुए व्यापमं घोटाले को देश का सबसे शिक्षा घोटाला कहा जाता है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कार्यकाल में इस मुद्दे ने विकराल रूप लिया. कई लोगों को संदिग्ध मौतें हुईं. कई लोग जेल गए. कई मामलों की जांच आज चल रही है. इसके बाद मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाला जैसे कई भर्ती घोटाले हुए. एमपी के व्यापमं कांड को राहुल गांधी ने कई बार उठाया.