महराजगंज : देवभूमि उत्तराखंड के कैंची धाम स्थित बाबा नीम करोली का दर्शन अब सिसवा क्षेत्र के जहदा में भी हो सकेगा. इसके लिए बाबा के भक्तों की ओर से 14 जून को मंदिर की आधारशिला रखकर निर्माण कार्य भी शुरू करा दिया गया है. कैंची धाम न जा पाने भक्त मंदिर में भव्य बजरंग बली की प्रतिमा के साथ बाबा के भी दर्शन कर सकेंगे.
विगत एक दशक में क्षेत्र में नीम करोली बाबा की प्रसिद्धि काफी बढ़ी है. प्रत्येक माह क्षेत्र के लोगों का कैंची धाम में जाने का सिलसिला चलता रहता है. बाबा की दयालुता को देखते हुए सिसवा नगर व ग्रामसभा जहदा के कुछ भक्तों की एक टीम ने मई माह में भव्य हनुमान मंदिर के साथ बाबा नीम करोली मंदिर निर्माण की योजना बनाई.
संभ्रांत लोगों के सहयोग से 14 जून को मूर्त रूप देते हुए भक्तों ने मंदिर की आधारशिला रखी. इसके बाद इसका निर्माण भी शुरू करा दिया. एक से दो माह के अंदर मंदिर निर्माण का कार्य संपन्न होने के बाद भक्तों को जहदा में बाबा का दर्शन होने लगेंगे.
माना जाता है कि बाबा हनुमान जी के अवतार थे. जानकारों के मुताबिक फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग भी बाबा के समक्ष मत्था टेक चुके हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बाबा का जिक्र किया था. प्रधानमंत्री की फेसबुक मुख्यालय विजिट के दौरान जुकरबर्ग ने कहा था कि जब वे ऊहापोह में थे कि फेसबुक को बेचा जाए या नहीं, तब एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स ने उन्हें भारत के कैंची धाम मंदिर में जाने की सलाह दी थी.
बाबा को उनके भक्त महाराज जी कहकर बुलाते हैं. उनके अवतरण के वर्ष की पुष्टि तो नहीं होती है, लेकिन बाबा ने 11 सितंबर 1973 को शरीर को त्यागा था. उत्तराखंड के काठगोदाम स्टेशन से 37 किलोमीटर दूर स्थित कैंचीधाम में नीम करोली बाबा के आश्रम में विश्व की बड़ी हस्तियों ने मत्था टेका है. हॉलीवुड स्टार जूलिया रॉबर्ट्स, डॉक्टर रिचर्ड एल्बर्ट, मशहूर लेखक डेनियल भी बाबा से प्रभावित होकर इस धाम में आ चुके हैं.
बाबा के मंदिर निर्माण की टीम में योगेश्वर उर्फ संजय पांडेय, सत्यदेव गुप्ता, कमल विश्वकर्मा, रविंद्र विश्वकर्मा, रंजन पांडेय, सुरेंद्र मिश्रा, नीरज चौधरी, जोगी गुप्ता, पन्ने गुप्ता, मोहन यादव, बनारसी यादव, शिव यादव, मैकू चौबे व संतोष चौबे शामिल हैं.
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