राजनांदगांव: राजनांदगांव जिला कोर्ट के परिसर में नेशनल लोक अदालत के तहत तीन जिलों के डेढ़ लाख केस पर सुनवाई हुई. इसमें राजनांदगांव खैरागढ़,डोंगरगढ़,अंबागढ़ चौकी,छुईखदान जिलों के मामलों की सुनवाई हुई. इसके अलावा राजस्व न्यायालय के विभिन्न प्रकरणों तथा प्री लिटिगेशन का निराकरण किया गया. राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार सभी न्यायालय में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया . इस आयोजन में कई मामलों पर सुनवाई हुई. नेशनल लोक अदालत का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से राजनांदगांव में किया गया.
किन केसों पर हुई सुनवाई ?: नेशनल लोक अदालत में पेंडिंग राजीनामा के केसों पर सुनवाई हुई. इसके अलावा राजीनामा योग प्रकरणों में बैंक से संबंधित केस,वाद विवाद और फैमिली डिस्प्यूट के केसों की सुनवाई की गई. तीनों जिलों को मिलाकर कुल डेढ़ लाख केसों पर सुनवाई की गई. 49 खंडपीठ द्वारा भौतिक एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नेशनल लोक अदालत में सुनवाई की गई.
राजनांदगांव जिला न्यायालय परिसर सहित खंडपीठों में आज नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया. जिसमें राजीनामा अपराध प्रकरणों,मोटर अधिनियम,मोटर दुर्घटना दावा,सिविल प्रकरण के केसों की सुनवाई हुई. इसके अलावा बैंक रिकवरी प्रकरण,बिजली विभाग से जुड़े मामले और पारिवारिक विवाद के केसों का निराकरण सौहार्दपूर्वक माहौल में किया जा रहा है.- एचके रात्रे, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण
![National Lok Adalat In Rajnandgaon](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/14-12-2024/rjn-14122024-lokadalat_14122024165046_1412f_1734175246_909.jpg)
कानून के जानकारों ने बताया कि नेशनल लोक अदालत में दिए गए फैसले को किसी भी अदालत में चुनौती नहीं दी जा सकती. इन फैसलों में विभिन्न लंबित प्रकरणों का निराकरण शनिवार को किया गया. राजनांदगांव के जिला न्यायालय परिसर सहित अन्य खंडपीठों में नेशनल लोक अदालत का आयोजन हुआ. इसमें हुई सुनवाई से लोगों को फायदा भी हुआ.