जयपुर: अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से अलग 'अत्यंत पिछड़ा वर्ग' समूह बनाकर अलग से आरक्षण का फायदा देने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है. जयपुर में बुधवार को 23 जातियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने नेशनल जनमंडल पार्टी के अध्यक्ष दौलतराम पैंसिया के नेतृत्व में राजस्थान राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष से मुलाकात कर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.
बुधवार को नागौर, डीडवाना-कुचामन और अन्य जिलों से आए नेशनल जनमंडल पार्टी व मूल ओबीसी संघर्ष समिति के नेताओं ने दौलत राम पैंसिया के नेतृत्व में राजस्थान राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में रावणा राजपूत, माली, कुम्हार-प्रजापति, वैष्णव, नाई, दर्जी, घांची, तेली, कसाई समेत 23 अन्य अत्यंत पिछड़ी जातियों को ओबीसी से अलग कर 'अत्यंत पिछड़ा वर्ग' बनाकर अलग से आरक्षण देने की मांग की गई.
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वर्मा आयोग और इंद्रा साहनी मामले का दिया हवाला: इस समिति ने वर्मा आयोग की 2001 की रिपोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के इंद्रा साहनी मामले का हवाला देते हुए ओबीसी आरक्षण का आंतरिक विभाजन लागू करने की अपील की. इसके साथ ही, सरकार से पिछड़े वर्गों को न्याय दिलाने और सामाजिक असमानता को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाने का अनुरोध किया गया है.
आंदोलन की चेतावनी: दौलत राम पैंसिया ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा. इस मौके पर सीपी सैनी, रणवीर सिंह बिरलोका, गणपत राम कुम्हार, सुरेश कुमावत मकराना, नवीन सैनी, शिवदयाल कुमावत, लालाराम कुम्हार, नरेश सैन, डीके कुशवाहा, श्रीराम सैनी, शेर सिंह कुशवाहा, प्रहलाद प्रजापत और मनोज कुमार आदि मौजूद थे.