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कथावाचक देवकीनंदन बोले- विदेशी आक्रांताओं ने मंदिरों के ऊपर बनवाईं मस्जिदें, अब मथुरा-काशी की बारी - NARRATOR DEVKINANDAN IN AGRA

देवकीनंदन ने कहा-विधर्मियों ने हिंदू देवी और देवताओं के मंदिर तोड़े. मूर्तियां खंडित कीं. सनातन बोर्ड का गठन जरूरी.

कथावाचक देवकीनंदन
कथावाचक देवकीनंदन (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 13, 2024, 11:44 AM IST

आगरा : जिले के बाह तहसील के चौरंगा बीहड़ में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भागवत कथा कह रहे हैं. इस दौरान वह गुरुवार को मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने सरकार से सनातन बोर्ड के गठन की मांग की. कहा कि आजादी के बाद सनातन बोर्ड बनना चाहिए था, मगर ऐसा नहीं हो सका. सनातन बोर्ड के गठन के लिए हमें देश और विदेश के सनातनियों से लगातार समर्थन मिल रहा है. मुहिम से लाखों सनातनी जुड़ चुके हैं. मेरी युवाओं से अपील है कि अपने माता-पिता और देश की सेवा करें. अपने धर्म से जुड़े रहें. धर्म की रक्षा के लिए आगे आएं, तभी धर्म भी उनकी रक्षा करेगा.

देवकीनंदन ठाकुर, कथावाचक (Video Credit; ETV Bharat)

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि ​इतिहास में लिखा है कि सैकड़ों वर्ष पहले विदेशी आक्रांता हिंदुस्तान आए. उन्होंने सनातनियों पर तब अत्याचार किए. विधर्मियों ने हिंदु देवी और देवताओं के मंदिर तोड़े. मूर्तियां खंडित कीं. इसके बाद ध्वस्त किए मंदिरों के ऊपर मस्जिदें बना दीं. हिंदू देवी और देवताओं का अपमान करके उन्हें मस्जिदों के नीचे दबा दिया. मुगल औरंगजेब के समय के ​इतिहास में लिखा है कि आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे ही भगवान केशव देव जी के विग्रह दबे हैं, जो औरंगजेब ने दबवाए थे. इसलिए हमनें कोर्ट में दावा किया है. इसकी सुनवाई चल रही है. देश में सनातनियों ने राम मंदिर की लड़ाई लड़ी. मगर, इतना काफी नहीं है. अब मथुरा और काशी की बारी है.

हर घर और गली से बरसाए गए पत्थर : कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि हाल में संभल में हिंसा हुई. संभल कोर्ट के आदेश पर प्रशासन की टीम मस्जिद की जांच के लिए गई थी. प्रशासन की टीम पहुंची तो हर घर और हर गली से टीम पर पत्थर बरसाए गए. क्या संभल में भी बांग्लादेश बनाने की तैयारी है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और देश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं. हमारे भगवान सीढ़ियों में दबे हैं. हमारे भगवान के भोग में चर्बी मिलाई जा रही है. ये सबके सामने है. ये सनातनियों के साथ अधर्म हुआ है. फिर भी सनातनी चुप कैसे बैठे हैं.

हक की लड़ाई खुद ही लड़नी होगी : कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि सभी सनातनियों से प्रार्थना और अपील है कि अभी नहीं तो कभी नहीं. हमें अपने हक की लड़ाई खुद ही लड़नी होगी. हम कुछ और नहीं मांग रहे हैं. जबकि, दूसरे लोग छोटी-छोटी मांग करते रहते हैं. हम सिर्फ सनातन बोर्ड के गठन की मांग कर रहे हैं. आजादी के बाद से ही सनातन बोर्ड का गठन होना चाहिए था. मगर, अभी तक सनातन बोर्ड का गठन नहीं हुआ है. कुछ लोग चाह रहे हैं कि सनातन बोर्ड नहीं बने. इसकी प्लानिंग भी की जा रही है. ऐसे लोग कुछ भी कर सकते हैं.

अब सनातनी चुप नहीं बैठेगा : कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि अब सनातनी चुप नहीं बैठेगा. हम हक की लड़ाई और सनातन बोर्ड का गठन की मांग और मजबूती से करेंगे. हमें किसी अधिकारी और कोर्ट की जरूरत नहीं है. देश में सनातन बोर्ड का गठित किया जाए. जिससे धर्म और सम्मान हमारी आगे आने वाली पीढियां के लिए सुरक्षित रहे. इतना नहीं, सभी के साथ सहयोग और सहयोग से ही आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों से केशव देव जी बाहर आएंगे.

यह भी पढ़ें: महामंडलेश्वर और संतों ने सनातन बोर्ड बनाने की उठाई मांग,कहा-मठ-मंदिर और सनातन धर्म की सुरक्षा के लिए जरूरी

यह भी पढ़ें: संत देवकी नन्दन ठाकुर बोले, मौलवी वेतन तो पुजारियों को क्यों नहीं; सनातन बोर्ड भी बनना चाहिए

आगरा : जिले के बाह तहसील के चौरंगा बीहड़ में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भागवत कथा कह रहे हैं. इस दौरान वह गुरुवार को मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने सरकार से सनातन बोर्ड के गठन की मांग की. कहा कि आजादी के बाद सनातन बोर्ड बनना चाहिए था, मगर ऐसा नहीं हो सका. सनातन बोर्ड के गठन के लिए हमें देश और विदेश के सनातनियों से लगातार समर्थन मिल रहा है. मुहिम से लाखों सनातनी जुड़ चुके हैं. मेरी युवाओं से अपील है कि अपने माता-पिता और देश की सेवा करें. अपने धर्म से जुड़े रहें. धर्म की रक्षा के लिए आगे आएं, तभी धर्म भी उनकी रक्षा करेगा.

देवकीनंदन ठाकुर, कथावाचक (Video Credit; ETV Bharat)

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि ​इतिहास में लिखा है कि सैकड़ों वर्ष पहले विदेशी आक्रांता हिंदुस्तान आए. उन्होंने सनातनियों पर तब अत्याचार किए. विधर्मियों ने हिंदु देवी और देवताओं के मंदिर तोड़े. मूर्तियां खंडित कीं. इसके बाद ध्वस्त किए मंदिरों के ऊपर मस्जिदें बना दीं. हिंदू देवी और देवताओं का अपमान करके उन्हें मस्जिदों के नीचे दबा दिया. मुगल औरंगजेब के समय के ​इतिहास में लिखा है कि आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे ही भगवान केशव देव जी के विग्रह दबे हैं, जो औरंगजेब ने दबवाए थे. इसलिए हमनें कोर्ट में दावा किया है. इसकी सुनवाई चल रही है. देश में सनातनियों ने राम मंदिर की लड़ाई लड़ी. मगर, इतना काफी नहीं है. अब मथुरा और काशी की बारी है.

हर घर और गली से बरसाए गए पत्थर : कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि हाल में संभल में हिंसा हुई. संभल कोर्ट के आदेश पर प्रशासन की टीम मस्जिद की जांच के लिए गई थी. प्रशासन की टीम पहुंची तो हर घर और हर गली से टीम पर पत्थर बरसाए गए. क्या संभल में भी बांग्लादेश बनाने की तैयारी है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और देश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं. हमारे भगवान सीढ़ियों में दबे हैं. हमारे भगवान के भोग में चर्बी मिलाई जा रही है. ये सबके सामने है. ये सनातनियों के साथ अधर्म हुआ है. फिर भी सनातनी चुप कैसे बैठे हैं.

हक की लड़ाई खुद ही लड़नी होगी : कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि सभी सनातनियों से प्रार्थना और अपील है कि अभी नहीं तो कभी नहीं. हमें अपने हक की लड़ाई खुद ही लड़नी होगी. हम कुछ और नहीं मांग रहे हैं. जबकि, दूसरे लोग छोटी-छोटी मांग करते रहते हैं. हम सिर्फ सनातन बोर्ड के गठन की मांग कर रहे हैं. आजादी के बाद से ही सनातन बोर्ड का गठन होना चाहिए था. मगर, अभी तक सनातन बोर्ड का गठन नहीं हुआ है. कुछ लोग चाह रहे हैं कि सनातन बोर्ड नहीं बने. इसकी प्लानिंग भी की जा रही है. ऐसे लोग कुछ भी कर सकते हैं.

अब सनातनी चुप नहीं बैठेगा : कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि अब सनातनी चुप नहीं बैठेगा. हम हक की लड़ाई और सनातन बोर्ड का गठन की मांग और मजबूती से करेंगे. हमें किसी अधिकारी और कोर्ट की जरूरत नहीं है. देश में सनातन बोर्ड का गठित किया जाए. जिससे धर्म और सम्मान हमारी आगे आने वाली पीढियां के लिए सुरक्षित रहे. इतना नहीं, सभी के साथ सहयोग और सहयोग से ही आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों से केशव देव जी बाहर आएंगे.

यह भी पढ़ें: महामंडलेश्वर और संतों ने सनातन बोर्ड बनाने की उठाई मांग,कहा-मठ-मंदिर और सनातन धर्म की सुरक्षा के लिए जरूरी

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