देहरादून: स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार ने टिहरी जिले में स्थित उप जिला चिकित्सालय, नरेंद्रनगर को मातृ एवं नवजात शिशु देखभाल के क्षेत्र में बेहतर काम के लिए LaQshya (Labour Room Quality Improvement Initiative) National Certification पुरस्कार से सम्मानित किया है. इस सम्मान के जरिए अस्पताल की गुणवत्तापूर्ण सेवाओं, सुरक्षित प्रसव प्रक्रियाओं और नवजात शिशु देखभाल में किए गए बेहतर प्रयास और सुधार की सराहना की गई है.
वहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड की मिशन निदेशक स्वाति भदौरिया ने इस उप जिला चिकित्सालय की पूरी टीम को बधाई दी है. साथ ही कहा कि लक्ष्या (LaQshya) अवार्ड से सम्मानित होना, स्वास्थ्य संस्थानों के लिए गौरव की बात है. ये पुरस्कार मातृ और शिशु स्वास्थ्य देखभाल में बेहतर काम करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. साथ ही नरेंद्रनगर का उप जिला चिकित्सालय इस क्षेत्र में अन्य स्वास्थ्य संस्थानों के लिए एक आदर्श चिकित्सालय भी बन गया है.
लक्ष्या राष्ट्रीय सर्टिफिकेशन पुरस्कार चिकित्सालय की सेवा व्यवस्था, मरीजों के अधिकार और दायित्व, सपोर्ट सेवाएं, क्लीनिकल सेवाएं, चिकित्सालय में संक्रमण नियंत्रण के साथ ही गुणवत्ता नियंत्रण के मानकों के आधार पर भारत सरकार की ओर से दिया जाता है. अब तक उत्तराखण्ड राज्य में 11 NQAS (National Quality Assurance Standards) National Certification और 20 LaQshya National Certification मिल चुके हैं.
ये पुरस्कार उन चिकित्सालयों को दिया जाता है जो प्रसव कक्ष की गुणवत्ता और सेवाओं में उत्कृष्टता हासिल करते हैं. इसका मुख्य उद्देश्य मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने के साथ ही प्रसव के दौरान महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देना है. नरेंद्रनगर के उप जिला चिकित्सालय ने इस पहल के तहत सभी जरूरी मानकों को पूरा किया है. जिसके चलते अस्पताल को ये पुरस्कार मिला है.