ETV Bharat / state

19 जून को बिहार आ रहे पीएम मोदी, सवाल- क्या नीतीश कुमार पुरजोर तरीके से रखेंगे ये मांग - Narendra Modi Bihar visit - NARENDRA MODI BIHAR VISIT

Narendra Modi Bihar Visit:19 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नालंदा विश्वविद्यालय के कैंपस का उद्घाटन करेंगे. इस दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे. एक बार फिर से चर्चा होने लगी है क्या मुख्यमंत्री विशेष राज्य के दर्जे की मांग उठाते हैं या नहीं. इसके अलावा भी प्रदेश की कई लंबित मांगों पर पीएम मोदी से चर्चा की उम्मीद है.

पीएम मोदी का बिहार दौरा
पीएम मोदी का बिहार दौरा (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 17, 2024, 7:43 PM IST

पीएम मोदी का बिहार दौरा (ETV Bharat)

पटना: नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद 10 दिनों में ही 19 जून को बिहार का दौरा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री के दौरे से बिहार की उम्मीदें जगी है. बिहार की कई मांगे हैं जो अधूरी हैं, इनमें विशेष राज्य के दर्जे की मांग सबसे ऊपर है. खुद नीतीश कुमार कई बार इसकी मांग कर चुके हैं. ऐसे में जब पीएम बिहार आएंगे तो एक बार फिर से इसपर चर्चा हो सकती है.

पीएम मोदी का बिहार दौरा: बिहार में इस बार एनडीए को 40 में से 30 सीट मिली है. 2019 के मुकाबले 9 सीटों का नुकसान हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर ही चुनाव लड़ा गया, मोदी गारंटी की बात कही गई लेकिन उसके बावजूद भाजपा को सबसे अधिक 5 सीटों का नुकसान हुआ है. केंद्र में सरकार बनने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री का दौरा हो रहा है. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल होंगे.

कई मुद्दों पर हो सकती है चर्चा: इस बार केंद्र में सरकार में जदयू भी शामिल है. वहीं बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं . ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कई मुद्दे पर बातचीत हो सकती है. राजनीतिक विशेषज्ञ कह रहे हैं कि नीतीश कुमार इस मौके को बिहार के पक्ष में कितना भुना पाते हैं यह तो देखने वाली बात होगी.

19 जून को नालंदा का दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 जून को नालंदा का दौरा करने वाले हैं. नालंदा विश्वविद्यालय के कैंपस का उद्घाटन करेंगे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे. भाजपा के उपमुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं. प्रधानमंत्री के दौरे की चर्चा इसलिए खूब हो रही है क्योंकि अभी प्रधानमंत्री तीसरी बार शपथ लेने के 10 दिनों में ही बिहार का दौरा कर रहे हैं. बिहार में इस बार एनडीए का परफॉर्मेंस बहुत अच्छा नहीं रहा है.

बीजेपी को लोकसभा चुनाव में नुकसान: पूरा चुनाव मोदी की गारंटी के नाम पर लड़ा गया. मोदी ने 15 जनसभा बिहार में की और राजधानी पटना में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने रोड शो भी किया. चुनाव अवधि के दौरान दो बार प्रधानमंत्री पटना में रात्रि विश्राम भी किये, लेकिन इन सब के बावजूद बीजेपी और एनडीए को सीटों का नुकसान हुआ है.

ये मांग आज भी अधूरी: ऐसे केंद्र में जो सरकार बनी है उसमें जदयू भी शामिल है. जदयू के दो मंत्री बनाए गए हैं, लेकिन बिहार को विशेष राज्य के दर्जा देने की मांग, विशेष पैकेज देने की मांग , पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग सहित कई मांगे हैं जो अभी तक अधूरी है.

JDU बना मजबूरी!: इसके साथ बिहार विधानसभा का चुनाव 2025 में होना है लेकिन उसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. नीतीश कुमार चाहते थे कि 2024 लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा का चुनाव हो जाए लेकिन बीजेपी उस समय तैयार नहीं हुई. अब केंद्र में जदयू सरकार में महत्वपूर्ण भागीदार है. बीजेपी को इस बार अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है इसलिए सरकार में जदयू को शामिल करना मजबूरी भी है. इसके साथ जदयू की जो मांग है उसे पूरा करने का काफी दबाव है.

राजनीतिक विशेषज्ञ की राय: राजनीतिक विशेषज्ञ प्रिय रंजन भारती का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार आ रहे हैं. नालंदा में जो कार्यक्रम है उसमें नीतीश कुमार भी शामिल होंगे. केंद्र में इस बार जो सरकार बनी है उसमें जदयू भी भागीदार है. नीतीश कुमार किंग मेकर के तौर पर चर्चा में रहे हैं लेकिन बिहार की कई अपेक्षाएं भी रही हैं.

"बिहार की अपेक्षाओं को लेकर नुक्ता चीनी भी होती रही है. विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज, पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग को लेकर विपक्ष के तरफ से भी हमला होता रहा है. ऐसे में जब केंद्र में नीतीश कुमार की पार्टी शामिल हुई है और प्रधानमंत्री का नई सरकार में पहला दौरा है तो देखना है नीतीश कुमार इन मांगों में से कुछ मांगों को मनवा पाते हैं या नहीं."- प्रिय रंजन भारती, राजनीतिक विशेषज्ञ

जदयू एमएलसी ने कही ये बात: विधानसभा चुनाव को लेकर भी कई तरह की चर्चा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नालंदा में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होंगे, यह तय है. नीतीश कुमार के नजदीकी एमएलसी संजय गांधी का भी कहना है कि "मुख्यमंत्री तो जाएंगे ही लेकिन मुख्यमंत्री क्या बात करेंगे यह बताना मेरे लिए संभव नहीं है. लेकिन बिहार की कई मांगे हैंं विशेष राज्य का दर्जा की मांग पहले से रही है."

ईटीवी भारत GFX
ईटीवी भारत GFX (ETV Bharat)

पीएम के दौरे पर विपक्ष की भी नजर: वहीं विपक्षी दल राजद और कांग्रेस के नेता लगातार कह रहे हैं कि चुनाव के समय ही उम्मीद थी कि बिहार के लिए प्रधानमंत्री कुछ अलग से घोषणा करेंगे, लेकिन उन्होंने नहीं किया. अब केंद्र में सरकार बन गई है प्रधानमंत्री आ रहे हैं तो जरूर उम्मीद है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग को पूरा करेंगे. साथ ही केंद्रीय योजनाओं में 90:10 के रेशियो के तहत केंद्र से राशि देने की मांग भी की जा रही है.

विधानसभा की तैयारी: ऐसे तो बिहार से इस बार 8 मंत्री बनाए गए हैं. जदयू के दो मंत्रियों के अलावे चार बीजेपी के, हम के जीतनराम मांझी और लोजपा रामविलास के चिराग पासवान को मंत्री बनाया गया है. चार कैबिनेट और चार राज्य मंत्री बनाए गए हैं लेकिन 2019 के मुकाबले बिहार में एनडीए का रिजल्ट बेहतर नहीं रहा. जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार में पूरी ताकत लगाई थी. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण के 10 दिन में ही है बिहार दौरा एक मैसेज देने की कोशिश के लिये कर रहे हैं क्योंकि बिहार में विधानसभा का चुनाव भी आने वाले समय में होना है.

29 जून को जेडीयू के कार्यकारिणी की बैठक: बता दें कि 29 जून को जेडीयू के कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है. ऐसे में पीएम मोदी की सीएम नीतीश से मुलाकात प्रमुख मानी जा रही है. कहा तो यह भी जा रहा है कि जेडीयू की कार्यकारिणी बैठक में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा होगी.

यह भी पढ़ें-

'विपक्षी जेल में विशेष दर्जा की चिंता करें, बिहार की जनता ने राजनीतिक बेड रेस्ट तो दे ही दिया है' - special status for Bihar

'बीजेपी के संकल्प पत्र पर ही जदयू भी लड़ेगा लोकसभा चुनाव, अलग से नहीं जारी होगा घोषणा पत्र' - Lok Sabha Election 2024

'विशेष राज्य दर्जा की मांग पॉलिटिकल स्टंट, बड़े भाई-छोटे भाई ने 33 साल में क्या किया'- जीतन राम मांझी

पीएम मोदी का बिहार दौरा (ETV Bharat)

पटना: नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद 10 दिनों में ही 19 जून को बिहार का दौरा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री के दौरे से बिहार की उम्मीदें जगी है. बिहार की कई मांगे हैं जो अधूरी हैं, इनमें विशेष राज्य के दर्जे की मांग सबसे ऊपर है. खुद नीतीश कुमार कई बार इसकी मांग कर चुके हैं. ऐसे में जब पीएम बिहार आएंगे तो एक बार फिर से इसपर चर्चा हो सकती है.

पीएम मोदी का बिहार दौरा: बिहार में इस बार एनडीए को 40 में से 30 सीट मिली है. 2019 के मुकाबले 9 सीटों का नुकसान हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर ही चुनाव लड़ा गया, मोदी गारंटी की बात कही गई लेकिन उसके बावजूद भाजपा को सबसे अधिक 5 सीटों का नुकसान हुआ है. केंद्र में सरकार बनने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री का दौरा हो रहा है. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल होंगे.

कई मुद्दों पर हो सकती है चर्चा: इस बार केंद्र में सरकार में जदयू भी शामिल है. वहीं बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं . ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कई मुद्दे पर बातचीत हो सकती है. राजनीतिक विशेषज्ञ कह रहे हैं कि नीतीश कुमार इस मौके को बिहार के पक्ष में कितना भुना पाते हैं यह तो देखने वाली बात होगी.

19 जून को नालंदा का दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 जून को नालंदा का दौरा करने वाले हैं. नालंदा विश्वविद्यालय के कैंपस का उद्घाटन करेंगे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे. भाजपा के उपमुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं. प्रधानमंत्री के दौरे की चर्चा इसलिए खूब हो रही है क्योंकि अभी प्रधानमंत्री तीसरी बार शपथ लेने के 10 दिनों में ही बिहार का दौरा कर रहे हैं. बिहार में इस बार एनडीए का परफॉर्मेंस बहुत अच्छा नहीं रहा है.

बीजेपी को लोकसभा चुनाव में नुकसान: पूरा चुनाव मोदी की गारंटी के नाम पर लड़ा गया. मोदी ने 15 जनसभा बिहार में की और राजधानी पटना में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने रोड शो भी किया. चुनाव अवधि के दौरान दो बार प्रधानमंत्री पटना में रात्रि विश्राम भी किये, लेकिन इन सब के बावजूद बीजेपी और एनडीए को सीटों का नुकसान हुआ है.

ये मांग आज भी अधूरी: ऐसे केंद्र में जो सरकार बनी है उसमें जदयू भी शामिल है. जदयू के दो मंत्री बनाए गए हैं, लेकिन बिहार को विशेष राज्य के दर्जा देने की मांग, विशेष पैकेज देने की मांग , पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग सहित कई मांगे हैं जो अभी तक अधूरी है.

JDU बना मजबूरी!: इसके साथ बिहार विधानसभा का चुनाव 2025 में होना है लेकिन उसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. नीतीश कुमार चाहते थे कि 2024 लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा का चुनाव हो जाए लेकिन बीजेपी उस समय तैयार नहीं हुई. अब केंद्र में जदयू सरकार में महत्वपूर्ण भागीदार है. बीजेपी को इस बार अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है इसलिए सरकार में जदयू को शामिल करना मजबूरी भी है. इसके साथ जदयू की जो मांग है उसे पूरा करने का काफी दबाव है.

राजनीतिक विशेषज्ञ की राय: राजनीतिक विशेषज्ञ प्रिय रंजन भारती का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार आ रहे हैं. नालंदा में जो कार्यक्रम है उसमें नीतीश कुमार भी शामिल होंगे. केंद्र में इस बार जो सरकार बनी है उसमें जदयू भी भागीदार है. नीतीश कुमार किंग मेकर के तौर पर चर्चा में रहे हैं लेकिन बिहार की कई अपेक्षाएं भी रही हैं.

"बिहार की अपेक्षाओं को लेकर नुक्ता चीनी भी होती रही है. विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज, पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग को लेकर विपक्ष के तरफ से भी हमला होता रहा है. ऐसे में जब केंद्र में नीतीश कुमार की पार्टी शामिल हुई है और प्रधानमंत्री का नई सरकार में पहला दौरा है तो देखना है नीतीश कुमार इन मांगों में से कुछ मांगों को मनवा पाते हैं या नहीं."- प्रिय रंजन भारती, राजनीतिक विशेषज्ञ

जदयू एमएलसी ने कही ये बात: विधानसभा चुनाव को लेकर भी कई तरह की चर्चा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नालंदा में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होंगे, यह तय है. नीतीश कुमार के नजदीकी एमएलसी संजय गांधी का भी कहना है कि "मुख्यमंत्री तो जाएंगे ही लेकिन मुख्यमंत्री क्या बात करेंगे यह बताना मेरे लिए संभव नहीं है. लेकिन बिहार की कई मांगे हैंं विशेष राज्य का दर्जा की मांग पहले से रही है."

ईटीवी भारत GFX
ईटीवी भारत GFX (ETV Bharat)

पीएम के दौरे पर विपक्ष की भी नजर: वहीं विपक्षी दल राजद और कांग्रेस के नेता लगातार कह रहे हैं कि चुनाव के समय ही उम्मीद थी कि बिहार के लिए प्रधानमंत्री कुछ अलग से घोषणा करेंगे, लेकिन उन्होंने नहीं किया. अब केंद्र में सरकार बन गई है प्रधानमंत्री आ रहे हैं तो जरूर उम्मीद है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग को पूरा करेंगे. साथ ही केंद्रीय योजनाओं में 90:10 के रेशियो के तहत केंद्र से राशि देने की मांग भी की जा रही है.

विधानसभा की तैयारी: ऐसे तो बिहार से इस बार 8 मंत्री बनाए गए हैं. जदयू के दो मंत्रियों के अलावे चार बीजेपी के, हम के जीतनराम मांझी और लोजपा रामविलास के चिराग पासवान को मंत्री बनाया गया है. चार कैबिनेट और चार राज्य मंत्री बनाए गए हैं लेकिन 2019 के मुकाबले बिहार में एनडीए का रिजल्ट बेहतर नहीं रहा. जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार में पूरी ताकत लगाई थी. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण के 10 दिन में ही है बिहार दौरा एक मैसेज देने की कोशिश के लिये कर रहे हैं क्योंकि बिहार में विधानसभा का चुनाव भी आने वाले समय में होना है.

29 जून को जेडीयू के कार्यकारिणी की बैठक: बता दें कि 29 जून को जेडीयू के कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है. ऐसे में पीएम मोदी की सीएम नीतीश से मुलाकात प्रमुख मानी जा रही है. कहा तो यह भी जा रहा है कि जेडीयू की कार्यकारिणी बैठक में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा होगी.

यह भी पढ़ें-

'विपक्षी जेल में विशेष दर्जा की चिंता करें, बिहार की जनता ने राजनीतिक बेड रेस्ट तो दे ही दिया है' - special status for Bihar

'बीजेपी के संकल्प पत्र पर ही जदयू भी लड़ेगा लोकसभा चुनाव, अलग से नहीं जारी होगा घोषणा पत्र' - Lok Sabha Election 2024

'विशेष राज्य दर्जा की मांग पॉलिटिकल स्टंट, बड़े भाई-छोटे भाई ने 33 साल में क्या किया'- जीतन राम मांझी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.