नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के डूब क्षेत्र स्थित सेक्टर 87 इलाबांस गांव में बाबा का आलीशान आश्रम है. आश्रम के दरवाजों पर लोहे के बड़े-बड़े गेट लगे हैं. बताया जा रहा है कि काफी समय से वह यहां नहीं आए हैं. साल 2022 में ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर 16 बी रोज याकूबपुर में 1 नवंबर 2022 को पहले मंगलवार को मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम का आयोजन किया गया था. जिसका पोस्टर भी यहां लगा है. आश्रम पर मौजूद हिमांशु ने बताया कि यहां काफी समय से बाबा यहां नहीं आए हैं. वह किसी से मिलते नहीं हैं. केवल मंच से ही संबोधन करते हैं.
हिमांशु ने बताया कि हम लोग भी हाथरस के समागम में हिस्सा लेने गए थे, नारायण साकार 12:00 बजे आए थे और 1:30 बजे चले गए थे. उनके जाने के बाद संगत जब वहां से निकली तब भीड़ बेकाबू हो गई थी. पुलिस की संख्या काफी कम थी, ऐसे में कुछ लोग धक्का-मुक्की करने लगे चिकनी मिट्टी होने के कारण लोग फिसल कर गिरने लगे. इस घटना में औरतें ज्यादा मरी है. इस आश्रम पर बने डेढ़ से 2 साल हो गए हैं, पिछली 14 जुलाई को गुरुजी आए थे, प्रभु जी आए थे उसके बाद कभी नहीं आए है.
बाबा के सेवादारों ने दिया धक्काः हाथरस में बाबा नारायण साकार के सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गई थी. हादसे में अभी तक प्रशासन ने 121 लोगों के मरने की पुष्टी की है. हालांकि, अन्य स्रोत ये संख्या 150 से ज्यादा की बता रहे हैं. सत्संग में मची भगदड़ में घायल हुए लोगों का हाथरस और एटा के अस्पतालों में इलाज चल रहा है. चश्मदीदों ने बताया कि हादसा कार्यक्रम के बाद तब हुआ जब कथावाचक को छूने आशीर्वाद लेने के लिए महिलाओं का दल बढ़ा. इस दौरान सेवादारों ने धक्का दे दिया. इससे हादसा हो गया.
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