बरेली: रेलवे में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर बरेली में महिला जिला पंचायत सदस्य ने 10 लाख रुपये की ठगी कर ली. मामला जिले के शाही थाना क्षेत्र का है. पीड़ित ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर ठगी करने वाली जिला पंचायत सदस्य ममता गंगवार सहित तीन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई है. शाही थाना इलाके के रसूलिया निवासी सौरभ गंगवार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सौंपे पत्र में कहा कि, वह शिक्षित बेरोजगार है. नौकरी की तलाश कर रहा था. तभी जिला पंचायत सदस्य ममता गंगवार जो शाही थाना इलाके के एक गांव की रहने वाली है. उनसे मुलाकात हुई. ममता ने कहा कि रेलवे विभाग में नौकरी लगवा दूंगी, इसके लिए करीब दस लाख रूपए देने होंगे. पीड़ित ने ममता गंगवार पर भरोसा करते हुए. उनके अकाउंट में धीरे-धीरे रुपए डालना शुरू कर दिए. कुछ रुपए अपने खाते में तो वहीं कुछ अपनी बेटी हर्षिता के खाते में डलवाए.
जिला पंचायत सदस्य ममता गंगवार ने पीड़ित को अपनी बातों में फंसा कर विश्वास में लेकर धीरे धीरे कुल 10 लाख रुपए आनलाइन और मार्कशीट ले लिया. लेकिन फरवरी 2024 तक नियुक्ति पत्र दिलाने का भरोसा देती रही, लेकिन ज्वाइनिंग लेटर नहीं मिला.
इसके बाद पीड़ित ने ममता गंगवार से अपना रुपए मांगा, पहले तो ममता गंगवार ने रुपये वापस करने के लिए समय लेती रही. लेकिन ऐसे वादा करते हुए तीन साल बीत गए. इसीबीच रुपये मांगने पर ममता गंगवार अपने एक साथी और बेटी हर्षिता को साथ लेकर पीड़ित के घर में घुस आई और मारपीट करने लगी. अंजाम भुगतने का धमकी दी. पीड़ित सौरभ गंगवार ने शिकायती पत्र में कहा कि, ममता गंगवार को दिए रुपये की बकायदे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन भी है.
पीड़ीत ने एसएसपी से नौकरी के नाम ठगी करने वाली जिला पंचायत सदस्य ममता गंगवार सहित तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गाढ़ी कमाई वापस दिलाने की गुहार लगायी. वहीं शाही थाना पुलिस ने पीडित की तहरीर मिलने पर जिला पंचायत सदस्य ममता गंगवार उनकी बेटी हर्षिता एक अन्य आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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