नालंदा: जेडीयू कोटे से सांसद कौशलेंद्र कुमार ने रविवार को एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बिहारशरीफ प्रखंड कार्यालय में दिव्यांगों के बीच ट्राय साइकिल का वितरण कार्यक्रम में पहुंचे थे. जहां उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड का संशोधित बिल जो ला रही है. वह बिल मुस्लिमों के हित के लिए है. उसको समझने की जरूरत है. कुछ लोगों ने इसे अपना जागीर समझ रखा है और धीरे-धीरे कब्जा करने में लगे हैं.
वक्फ संशोधन बिल मुसलमान विरोधी नहीं: सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि नया कानून देश के लिए जरूरी है और इससे गरीबों का कल्याण होगा. वक्फ़ बोर्ड की जमीन अतिक्रमण से मुक्त होंगी. साथ ही साथ पारदर्शिता भी आएगी. विपक्ष के लोग बिना वजह राजनीति कर रहे हैं. सरकार ने जो कानून लाया है वह जनहित में है. कानून के विरोध का कोई मतलब नहीं है. फिलहाल वक्फ बोर्ड से होने वाले आय को लेकर पारदर्शिता नहीं है. इसका लाभ भी निचले पायदान पर रह रहे लोगों को नहीं मिल पाता है.
जदयू सांसद की फिसली जुबान: जेडीयू कोटे से सांसद कौशलेंद्र कुमार पत्रकारों के सवाल के जवाब के दौरान जुबान फिसल गई और कहा कि हमारे देश जैसा संविधान बंगाल में नहीं है. दरअसल, कौशलेंद कुमार कहना चाह रहे थे कि भारत का लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. बांग्लादेश में ऐसा नहीं है. लेकिन मुंह से निकल गया बंगाल. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में कानून अलग है. जो स्थिति बांग्लादेश में यह भारत में ऐसा नहीं हो सकता है कि यहां के प्रधानमंत्री को देश छोड़ना पड़ें.
"वक्फ बोर्ड की जमीन को कुछ लोग कब्जा करने में जुटे हैं. वक्फ बोर्ड संशोधित बिल पास होने से मुस्लिम समुदाय के गरीब तबके हैं उसे इस विधेयक के पास होने से फयदा होगा. सभी सांसदों का समर्थन मिल रहा है. शिक्षा और स्वास्थ के क्षेत्र में लाभ मिलेगा. जेपीसी एक कमेटी है जिसमें सभी पार्टी के सांसद शामिल हैं. सभी पार्टी के सांसद इस बिल का समर्थन कर रहे हैं."-कौशलेंद्र कुमार, सांसद, नालंदा
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत: दरअसल, रविवार को फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत की गई है. जिसका शुभारंभ करने के लिए सांसद कौशलेंद्र कुमार सदर अस्पताल बिहारशरीफ पहुंचे थे. बिहार सरकार के ग्रामीण विकास कार्य मंत्री श्रवण कुमार के अलावा स्वास्थ विभाग के DPM और पिरामल की टीम के साथ दर्जनों की संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता शामिल थे. फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम आज से 24 अगस्त तक चलेगा. कार्यक्रम में दिव्यांगों के बीच ट्राय साइकिल का वितरण किया साथ ही आपदा राहत के तहत मृतक के आश्रितों को चेक देकर सहायता प्रदान किया.
क्या होता है वक्फ बोर्ड?: वक्फ का मतलब ‘अल्लाह के नाम' होता है. यानी वे जमीनें जो किसी व्यक्ति या संस्था के नाम नहीं है, लेकिन उनका ताल्लुक मुस्लिम समाज से है. इस तरह की जमीनों को वक्फ की जमीन कहा जाता है. इनमें मस्जिद, मदरसे, कब्रिस्तान, ईदगाह और मजार शामिल हैं. गौरतलब है कि वक्फ बोर्ड दो तरह का होता है. पहला सुन्नी वक्फ बोर्ड और दूसरा शिया वक्फ बोर्ड.
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