ETV Bharat / state

डीएम ने स्मार्ट मीटर पर क्या कहा? सुनते ही आप आज ही करवा लेंगे इंस्टॉल - SMART METERS

बिहार में स्मार्ट मीटर बड़ा मुद्दा बन गया है. नालंदा डीएम ने इसको लेकर बड़ी जानकारी दी. जानने के बाद आज ही इंस्टॉल करा लेंगे.

Etv Bharat
Etv Bharat (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 9, 2024, 10:58 AM IST

नालंदाः बिहार में पिछले विपक्ष के द्वारा स्मार्ट मीटर को लेकर सियासी हंगामा जारी है. इसी बीच प्रशासनिक अधिकारी स्मार्ट मीटर के फायदे की जानकारी दे रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि लोगों द्वारा स्मार्ट मीटर को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियां का असर आम जनमानस पर दिख रहा है. इसी को दूर करने का प्रयास जारी है.

भ्रम फैलाने वाले सावधानः मंगलवार को नालंदा डीएम ने लोगों को स्मार्ट मीटर को लेकर जागरूक किया. जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर कड़े शब्दों में उन सभी लोगों को चेताया जिन लोगों के द्वारा आम जनमानस में स्मार्ट मीटर को लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही है. कहा कि बड़े पैमाने पर सरकारी दफ्तरों में भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है.

नालंदा डीएम शशांक शुभंकर (ETV Bharat)

यह है सुविधाः डीएम ने बताया कि जिले में अब तक कुल 875 में से 600 से अधिक सरकारी कार्यालय में स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है. लोगों में जागरूकता लाने के लिए फिलहाल स्मार्ट मीटर के पास पुराने मीटर को भी छोड़ा जा रहा है ताकि बिजली उपभोक्ता दोनों मीटर के रीडिंग का अध्ययन कर सके.

"गांव में स्मार्ट मीटर को लेकर भ्रांतियां ज्यादा है. इसलिए गांव में जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा. साथ ही पंचायत सरकार भावनों में भी स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा. राजनीतिक तौर पर मुझे कुछ नहीं कहना है लेकिन जो लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं, उसपर दंडनात्मक कार्रवाई की जाएगी." -शंशाक शुभंकर, डीएम, नालंदा

क्या है मामला?: बता दें कि पूरे बिहार में बिजली विभाग की ओर से स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा. इसी बीच राजद की ओर से ऐलान किया गया था कि पूरे बिहार से स्मार्ट मीटर को उखाड़ फेंकना है. एक अक्टूबर से राजद ने इसको लेकर आंदोलन भी किया. जगदाबाबू का कहना था कि उनके घर में स्मार्ट मीटर लगा है और बिजली ज्यादा आ रही है. वे मीटर उखाड़ देंगे.

विपक्ष ने किया आंदोलनः इसपर खूब सियासत हुई. कांग्रेस ने भी इसको लेकर हल्ला बोल किया. इसके बाद पूरे बिहार में स्मार्ट मीटर बड़ा मुद्दा बन गया और लोग इसे लगाने से मना करने लगे. इसके बाद से बिजली विभाग और सरकारी अधिकारियों की ओर से जागरूरक किया जा रहा है.

यह भी पढ़ेंः

नालंदाः बिहार में पिछले विपक्ष के द्वारा स्मार्ट मीटर को लेकर सियासी हंगामा जारी है. इसी बीच प्रशासनिक अधिकारी स्मार्ट मीटर के फायदे की जानकारी दे रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि लोगों द्वारा स्मार्ट मीटर को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियां का असर आम जनमानस पर दिख रहा है. इसी को दूर करने का प्रयास जारी है.

भ्रम फैलाने वाले सावधानः मंगलवार को नालंदा डीएम ने लोगों को स्मार्ट मीटर को लेकर जागरूक किया. जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर कड़े शब्दों में उन सभी लोगों को चेताया जिन लोगों के द्वारा आम जनमानस में स्मार्ट मीटर को लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही है. कहा कि बड़े पैमाने पर सरकारी दफ्तरों में भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है.

नालंदा डीएम शशांक शुभंकर (ETV Bharat)

यह है सुविधाः डीएम ने बताया कि जिले में अब तक कुल 875 में से 600 से अधिक सरकारी कार्यालय में स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है. लोगों में जागरूकता लाने के लिए फिलहाल स्मार्ट मीटर के पास पुराने मीटर को भी छोड़ा जा रहा है ताकि बिजली उपभोक्ता दोनों मीटर के रीडिंग का अध्ययन कर सके.

"गांव में स्मार्ट मीटर को लेकर भ्रांतियां ज्यादा है. इसलिए गांव में जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा. साथ ही पंचायत सरकार भावनों में भी स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा. राजनीतिक तौर पर मुझे कुछ नहीं कहना है लेकिन जो लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं, उसपर दंडनात्मक कार्रवाई की जाएगी." -शंशाक शुभंकर, डीएम, नालंदा

क्या है मामला?: बता दें कि पूरे बिहार में बिजली विभाग की ओर से स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा. इसी बीच राजद की ओर से ऐलान किया गया था कि पूरे बिहार से स्मार्ट मीटर को उखाड़ फेंकना है. एक अक्टूबर से राजद ने इसको लेकर आंदोलन भी किया. जगदाबाबू का कहना था कि उनके घर में स्मार्ट मीटर लगा है और बिजली ज्यादा आ रही है. वे मीटर उखाड़ देंगे.

विपक्ष ने किया आंदोलनः इसपर खूब सियासत हुई. कांग्रेस ने भी इसको लेकर हल्ला बोल किया. इसके बाद पूरे बिहार में स्मार्ट मीटर बड़ा मुद्दा बन गया और लोग इसे लगाने से मना करने लगे. इसके बाद से बिजली विभाग और सरकारी अधिकारियों की ओर से जागरूरक किया जा रहा है.

यह भी पढ़ेंः

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.