ETV Bharat / state

बिहार में बकरी बांधने में काम आ रही है नल जल योजना, नीतीश कुमार के ड्रीम स्कीम में ऐसे लग रहा चूना - Nal Jal Yojna

Nal Jal Yojna: पश्चिमी चंपारण में नल जल योजना का बुरा हाल है. गांवों में पानी आपूर्ति ठप्प होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. पानी के लिए लगे नल में बकरी बांधी जा रही है. पढ़ें पूरी खबर.

पश्चिमी चंपारण में नल जल योजना का बुरा हाल
पश्चिमी चंपारण में नल जल योजना का बुरा हाल
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 27, 2024, 6:16 AM IST

पश्चिमी चंपारण में नल जल योजना का बुरा हाल

बगहाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2015 में सात निश्चय योजनाओं से ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदलने की ठानी थी. इस ड्रीम प्रोजेक्ट ने कई गांवों की तस्वीर बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इन्हीं सात निश्चय योजनाओं में एक नल जल योजना का भी संकल्प शामिल था, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों के घर घर तक स्वच्छ जल मुहैया कराना था, लेकिन नल जल योजना का का हाल किसी से नहीं छिपा है.

8 माह से पानी सप्लाई बंदः दरअसल, बगहा एक के महीपुर भतौड़ा पंचायत अंतर्गत 8 पंचायतों में विगत 8 माह से पानी सप्लाई बंद है. लोगों को पानी की संकट से जूझना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पानी सप्लाई के लिए कई दफा वार्ड सदस्य और मुखिया समेत अन्य जनप्रतिनिधियों से कहा गया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया.

"मोटर खराब है इसलिए पानी टंकी में नहीं जाता है. यहां के मुखिया इसपर ध्यान नहीं देते हैं. लोगों के द्वारा कहा गया है कि मोटर खराब है उसे बनवाया जाए. कोई नहीं सुनता है. " -राहुल यादव, ग्रामीण

संचालक नहीं मिला मेहनतानाः विभिन्न वार्डों में सुचारू रूप से जलापूर्ति करने के लिए रखे गए संचालक का कहना है कि कहीं मोटर जल गया है तो कहीं स्टार्टर खराब है. ऐसे हालात में मेंटेनेंस के लिए ना तो वार्ड सदस्य खर्च करना चाहते हैं ना ही मुखिया ध्यान दे रहे हैं. संचालक का कहना है कि वार्ड सदस्य यह कहकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं कि जब नल जल योजना का स्ट्रक्चर खड़ा किया गया था तो उनलोगों ने अपने पॉकेट से रकम खर्च की थी.

"नल खराब होता है तो उसे रिपेयर नहीं किया जाता है. जो पाइप फट गया है उसे ऐसा ही छोड़ दिया गया है. फंड आता है तो वार्ड सदस्य रख लेते हैं. कहते हैं पैसा खत्म हो गया है. 6 साल से चला रहे हैं लेकिन मात्र 12 हजार रुपए मजदूरी मिली है. इसके बाद एक भी रुपए नहीं मिला है." -विजय कुमार उपाध्याय, संचालक

15 वार्डों में पानी सप्लाई बंद: नल जल योजना से पानी सप्लाई बंद होने के बाबत महीपुर भतौड़ा पंचायत के मुखिया का कहना है कि जब तक इसके रखरखाव का जिम्मा वार्ड सदस्य और मुखिया लोगों के पास था तब तक हमलोग देखभाल करते थे. कुछ भी खराब होता था तो सही करवा देते थे. उन्होंने कहा कि जबसे इसका मेंटेनेंस PWD के पास गया है तबसे नल जल योजना बेकार हो गया है. मेरे सभी 15 वार्डों में पानी सप्लाई बंद है.

"तत्कालीन मुखिया के द्वारा यह लगवाया गया था. कुछ दिन तक चला लेकिन अब मेंटेनेंस का पैसा सरकार के द्वारा बंद कर दिया गया. अब इसे PWD के हवाले कर दिया गया. कई बार जेई से शिकायत की गई है लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है. कहीं मोटर जला हुआ है तो कहीं स्टार्टर जल गया है. पानी की सप्लाई बंद है." - दुर्गेश ठाकुर, मुखिया, महीपुर भतौड़ा पंचायत

जलापूर्ति बाधित: बता दें कि अधिकांश वार्डों में नल जल योजना में मामूली खराबी आने से पानी सप्लाई बंद है. कुछ जगहों पर पाइप फट गए हैं तो कहीं मोटर जल गया है. कुछ वार्डों में स्टार्टर खराब होने के बाद जलापूर्ति बाधित है. आलम यह है कि अब नल जल योजना के अंतर्गत बिछाए गए पाइपों में मवेशी बांधी जा रही है. लिहाजा सरकार के इस महत्वपूर्ण योजना का बंटाधार होते दिख रहा है.

यह भी पढ़ेंः

पश्चिमी चंपारण में नल जल योजना का बुरा हाल

बगहाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2015 में सात निश्चय योजनाओं से ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदलने की ठानी थी. इस ड्रीम प्रोजेक्ट ने कई गांवों की तस्वीर बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इन्हीं सात निश्चय योजनाओं में एक नल जल योजना का भी संकल्प शामिल था, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों के घर घर तक स्वच्छ जल मुहैया कराना था, लेकिन नल जल योजना का का हाल किसी से नहीं छिपा है.

8 माह से पानी सप्लाई बंदः दरअसल, बगहा एक के महीपुर भतौड़ा पंचायत अंतर्गत 8 पंचायतों में विगत 8 माह से पानी सप्लाई बंद है. लोगों को पानी की संकट से जूझना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पानी सप्लाई के लिए कई दफा वार्ड सदस्य और मुखिया समेत अन्य जनप्रतिनिधियों से कहा गया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया.

"मोटर खराब है इसलिए पानी टंकी में नहीं जाता है. यहां के मुखिया इसपर ध्यान नहीं देते हैं. लोगों के द्वारा कहा गया है कि मोटर खराब है उसे बनवाया जाए. कोई नहीं सुनता है. " -राहुल यादव, ग्रामीण

संचालक नहीं मिला मेहनतानाः विभिन्न वार्डों में सुचारू रूप से जलापूर्ति करने के लिए रखे गए संचालक का कहना है कि कहीं मोटर जल गया है तो कहीं स्टार्टर खराब है. ऐसे हालात में मेंटेनेंस के लिए ना तो वार्ड सदस्य खर्च करना चाहते हैं ना ही मुखिया ध्यान दे रहे हैं. संचालक का कहना है कि वार्ड सदस्य यह कहकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं कि जब नल जल योजना का स्ट्रक्चर खड़ा किया गया था तो उनलोगों ने अपने पॉकेट से रकम खर्च की थी.

"नल खराब होता है तो उसे रिपेयर नहीं किया जाता है. जो पाइप फट गया है उसे ऐसा ही छोड़ दिया गया है. फंड आता है तो वार्ड सदस्य रख लेते हैं. कहते हैं पैसा खत्म हो गया है. 6 साल से चला रहे हैं लेकिन मात्र 12 हजार रुपए मजदूरी मिली है. इसके बाद एक भी रुपए नहीं मिला है." -विजय कुमार उपाध्याय, संचालक

15 वार्डों में पानी सप्लाई बंद: नल जल योजना से पानी सप्लाई बंद होने के बाबत महीपुर भतौड़ा पंचायत के मुखिया का कहना है कि जब तक इसके रखरखाव का जिम्मा वार्ड सदस्य और मुखिया लोगों के पास था तब तक हमलोग देखभाल करते थे. कुछ भी खराब होता था तो सही करवा देते थे. उन्होंने कहा कि जबसे इसका मेंटेनेंस PWD के पास गया है तबसे नल जल योजना बेकार हो गया है. मेरे सभी 15 वार्डों में पानी सप्लाई बंद है.

"तत्कालीन मुखिया के द्वारा यह लगवाया गया था. कुछ दिन तक चला लेकिन अब मेंटेनेंस का पैसा सरकार के द्वारा बंद कर दिया गया. अब इसे PWD के हवाले कर दिया गया. कई बार जेई से शिकायत की गई है लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है. कहीं मोटर जला हुआ है तो कहीं स्टार्टर जल गया है. पानी की सप्लाई बंद है." - दुर्गेश ठाकुर, मुखिया, महीपुर भतौड़ा पंचायत

जलापूर्ति बाधित: बता दें कि अधिकांश वार्डों में नल जल योजना में मामूली खराबी आने से पानी सप्लाई बंद है. कुछ जगहों पर पाइप फट गए हैं तो कहीं मोटर जल गया है. कुछ वार्डों में स्टार्टर खराब होने के बाद जलापूर्ति बाधित है. आलम यह है कि अब नल जल योजना के अंतर्गत बिछाए गए पाइपों में मवेशी बांधी जा रही है. लिहाजा सरकार के इस महत्वपूर्ण योजना का बंटाधार होते दिख रहा है.

यह भी पढ़ेंः

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.