पटनाः सीएम नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी सात निश्चय के तहत नल जल योजना का लाभ लगभग जिलों में मिल रहा है लेकिन कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां इसकी सुविधा नहीं पहुंची है. इसी में मसौढ़ी चरमा पंचायत भी शामिल है जहां आज तक नल जल योजना का लाभ नहीं पहुंचा. यहां के लोग पानी के लिए परेशान हैं.
प्रशासन और सरकार के खिलाफ प्रदर्शनः भीषण गर्मी में मसौढी के ग्रामीण इलाकों के चापाकल सूख रहे हैं. निजी घरों के चापाकल का भी जलस्तर नीचे जाने लगा है. मंगलवार को पानी की समस्या को लेकर मसौढ़ी के चरमा महादलित टोला में लोगों ने जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
नल जल योजना लाभ नहींः स्थानीय लोगों ने बताया कि सभी सरकारी चापाकल सूख जाने के कारण महज एक चापाकल पर 150 परिवार रोज पानी के लिए जद्दोजहद करते हैं. मंगलवार को आजीज होकर सभी ग्रामीण सड़कों पर उतरकर घंटों विरोध प्रदर्शन करते नजर आए. महादलित बस्ती वार्ड नंबर 12 में अभी तक नल जल योजना की शुरुआत नहीं हुई है.
"हमारे गांव के सभी सरकारी चापाकल सूख गए हैं. एक ही चापाकल बचा है, जिससे 150 परिवार रोज सुबह शाम पानी लेने के लिए परेशान रहते हैं. नल जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है." -मालती देवी, चरमा महादलित बस्ती, मसौढ़ी
गर्मी के कारण चापाकल सूखेः ग्रामीणों ने कहा है इस भीषण गर्मी में एक तरफ जहां सरकारी चापाकल सूख रहे हैं वहीं गांव में नल जल योजना नहीं है. विरोध प्रदर्शन कर रहे मालती देवी, रमन पासवान, सरिता देवी, सुनैना देवी, रमेश मांझी, कमलेश पासवान, पिंकी देवी, वीणा देवी आदि लोगों ने कहा कि यह गांव अनुमंडल प्रशासन से अपेक्षित है.
"नल-जल योजना अगर रहता तो हम सबों के घर-घर पानी मिलता लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण हमारे वार्ड नंबर 12 में आज तक नल जल योजना का लाभ नहीं मिला." -वीणा देवी, चरमा
निदान का आश्वासनः इस पूरे मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी अमरेश कुमार सिंह ने कहा कि अब नल जल का काम पीएचईडी विभाग देख रहा है. खराब पड़े हुए चपकालों को मरम्मत करवाने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि बहुत जल्द समस्या को दूर कर लिया जाएगा.
"नल जल का काम अब पीएचईडी विभाग देख रहा है. पीएचईडी विभाग को खबर की गई है कि वहां पर खराब पड़े चापाकल को मरम्मत करेंगें. अगर जहां चापाकल की जरूरत होगी तो लगेगी." -अमरेश कुमार सिंह, बीडीओ, मसौढ़ी
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