कुल्लू: हिमाचल प्रदेश देवी-देवताओं की भूमि है. यहां कण-कण में देवी देवता निवास करते हैं. समय-समय पर देवी-देवता अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हैं. ऐसा ही नजारा बीती रात के समय जिला कुल्लू के पिपलागे में देखने को मिला.
यहां माता नैना का जाग उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया. इस उत्सव को देखने के लिए प्रदेश के विभिन्न स्थानों से श्रद्धालु पहुंचे थे. श्रद्धालुओं ने पहले मंदिर में भजन कीर्तन किया और देर रात अंगारों पर कूद कर श्रद्धालुओं ने माता की शक्ति का परिचय दिया.
इस जाग उत्सव में माता भद्रकाली, माता कोयला, माता शीतला, माता नागराणी अपने कारकूनों ओर हारियानों के साथ शामिल हुईं. माता नैना के पुजारी अमित महंत ने बताया "इस मौके पर भजन मंडली ने भजन कीर्तन के माध्यम से माता की महिमा का बखान कर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया इस जाग की अद्भुत बात यह है कि यहां पर माता के गुर, चेलियां आग के अंगारों पर चलते हैं और माता रानी की कृपा से किसी के भी पांव में आंच तक नहीं आती."
वहीं, जाग उत्सव में पहुंची श्रद्धालु वैशाली विष्ठ ने कहा "प्रदेश के कई इलाकों में देवी-देवता इस तरह से अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं और श्रद्धालु भी देवी-देवताओं की शक्ति को नमन करते हैं. पिपलागे में भी माता का आशीर्वाद लेने के लिए हजारों श्रद्धालु आए थे"
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में इस तरह के धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है. यहां लोगों की देवी-देवताओं में आस्था है. पहाड़ों में देवी-देवताओं के हजारों मंदिर हैं जहां पर श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं.
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