पटना: बिहार के जमुई जिले में एक ऐसा आयोजन होने जा रहा है जो पक्षियों पर आधारित है. जमुई जिला से लगभग 30 किलोमीटर की दूर नागी पक्षी महोत्सव का आयोजन 17 फरवरी से 19 फरवरी तक किया जाएगा.
जमुई में नागी पक्षी महोत्सव का आयोजन: इस पक्षी महोत्सव को लेकर पटना जू के गेट नंबर 2 से शनिवार को पर्यावरण जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने कार रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह कार रैली पटना से निकलकर जमुई नागी आश्रयणी स्थल तक जाएगी.
तीन दिनों तक चलेगा महोत्सव: इस मौके पर विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि इसका उद्देश्य है कि पक्षियों के जीवन शैली के प्रति अज्ञानता है. कार रैली के आयोजन से बिहार नहीं बल्कि बाहर प्रदेश के लोग भी जाने की बिहार में प्रवासी पक्षी भारी तादाद में पहुंचते हैं.
"पक्षी महोत्सव एक पर्यावरण के साथ-साथ बदलते जलवायु परिवर्तन के लिए अच्छा है. कार रैली नागी नकटी पक्षी आश्रय स्थल तक प्रचार प्रसार करते जाएंगे. प्रचार प्रसार के माध्यम से लोग अपने घर के आसपास के पक्षियों के प्रति सजग होंगे."- वंदना प्रेयसी, सचिव, पर्यावरण जलवायु परिवर्तन विभाग
दो साल नहीं हो सका था आयोजन: उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल के कारण 2 साल पक्षी महोत्सव का आयोजन नहीं हो पाया. इस बार बड़े पैमाने पर यह पक्षी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. जमुई के नागी में लगभग 3 हजार प्रवासी पक्षी पहुंचे हैं.
आश्रय स्थल को किया जाएगा डेवलप: पक्षी महोत्सव में तीन दिन अलग-अलग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसमें कई तरह के कंपटीशन, क्विज , फोटोग्राफी का कंट्रास्ट होगा, इको टूरिज्म डेवलप के लिए हम लोग सफल होंगे. विदेशी पक्षियों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए विभाग हमेशा तैयार रहता है. इस माहौल में विदेशी पक्षी ब्रीडिंग कर सके और उनकी प्रजाति में वृद्धि हो इसके लिए आश्रय स्थल को डेवलप किया गया है.
नागी-नकटी पक्षी आश्रयणी विदेशी पक्षियों के लिए काफी अच्छा: बता दें कि जमुई जिला का नागी-नकटी पक्षी आश्रयणी विदेशी पक्षियों के लिए काफी अच्छा माना जाता है. नवंबर से लेकर फरवरी महीने तक यहां विदेशी पक्षियों की 100 से अधिक प्रजातियां प्रवास करने आती हैं. इसमें साइबेरिया, यूरेशिया, मध्य एशिया, आर्कटिक सर्किल, रूस और उत्तरी चीन सहित कई राष्ट्र के पक्षी प्रवास करते है. इसको लेकर बिहार सरकार और पर्यावरण जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा यहां पक्षी महोत्सव का आयोजन कराया जा रहा है.
विदेशी विशेषज्ञ का होगा जुटान: नागी पक्षी महोत्सव की शुरुआत वर्ष 2016 में हुई थी. कोरोना संक्रमण काल के कारण 2 साल यह महोत्सव नहीं हो पाया लेकिन इस साल फिर से नागी पक्षी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है.पक्षी महोत्सव के लिए जमुई के साथ-साथ राजधानी पटना में भी महोत्सव से पहले विदेश के विशेषज्ञ का जुटान होगा जिसमें विदेशी पक्षियों के संरक्षण को लेकर चर्चा की जाएगी.
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