खूंटी: जिले को जाम से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से बना बस स्टैंड बनकर तैयार है. बावजूद इसके नगर पंचायच पूर्ण रूप से बस स्टैंड को अपने अधीन नहीं ले पा रही है. इस कारण शहर में भारी जाम की समस्या बनी हुई है. लगातार सड़कों पर वाहन जाम में फंसे रहते हैं. हालांकि, नगर प्रशासक का दावा है कि बस स्टैंड को अपने अधीन लेने के लिए टीम गठित कर दी गई है और प्रक्रिया चल रही है, जल्द ही नए बस स्टैंड में बसों का ठहराव शुरू हो जाएगा.
2021 में बस स्टैंड का दोबारा निर्माण हुआ शुरू
बता दें कि खूंटी शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से 2014 में कचहरी के पास करोड़ों की लागत से बस स्टैंड का निर्माण कराया गया, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण बस स्टैंड में बसें नहीं रुकीं और वह परियोजना बंद हो गई. सात वर्ष बाद नगर पंचायत ने ढाई करोड़ की लागत से नये बस स्टैंड के लिए फिर से टेंडर जारी किया और वर्ष 2021 से फिर काम शुरू हुआ. लोगों का कहना है कि शहर से करीब डेढ़ किमी की दूरी पर निर्माण कार्य शुरू हुआ, लेकिन जमीन विवाद और कोरोना ने काम को धीमा कर दिया. कोरोना खत्म होने के बाद विभागीय इंजीनियर की लापरवाही के कारण निर्माण धीमा रहा.
एजेंसी ने नगर पंचायत को कई बार पत्र लिखकर विभाग से नक्शा के साथ जमीन खाली कराने को कहा, लेकिन विभाग ने ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण बस स्टैंड का निर्माण कछुआ गति से चलता रहा. अंतत: जुलाई 2024 में निर्माण पूरा हुआ. निर्माण पूरा होने के बाद एजेंसी ने बस स्टैंड को अपने अधीन लेने के लिए नगर पंचायत को पत्र भी लिखा, लेकिन नगर पंचायत के अधिकारियों के सुस्त रवैये के कारण बस स्टैंड बनकर तैयार हो गया, लेकिन बस पड़ाव नहीं होने के कारण शहर की सड़कें प्रतिदिन बसों से जाम हो रही हैं.
जल्द बस स्टैंड में रुकने लगेंगी बसें
ईटीवी भारत ने जब ढाई करोड़ की लागत से बने बस स्टैंड के हैंडओवर पर सवाल किया तो नगर पंचायत पदाधिकारी सृष्टि दीप्रिया मिंज ने कहा कि इसके लिए टीम गठित कर दी गई है. जांच के बाद जल्द ही हैंडओवर ले लिया जाएगा. निर्माण में देरी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि एजेंसी द्वारा उन्हें पत्र पत्र प्राप्त हुआ है. जमीन विवाद समेत कई अन्य मुद्दे थे जिसकी वजह से प्रोजेक्ट पूरा होने में समय लगा. इसके अलावा विभागीय लापरवाही पर उन्होंने कहा कि ये पुराने मामले हैं, अब प्रोजेक्ट पूरा हो गया है, जल्द ही यहां बने बस स्टैंड पर बसें रुकने लगेंगी और शहर को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी.
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