सहारनपुर : जिले के एक सरकारी स्कूल में नाबालिग हिंदू छात्र-छात्राओं को इस्लामिक तालीम देने का मामला सामने आया है. आरोप है कि प्राथमिक विद्यालय में मुस्लिम शिक्षक न सिर्फ हिन्दू छात्र-छात्राओं को जबरन उर्दू-फारसी किताबें पढ़ा रहा है, बल्कि इस्लामिक तौर-तरीके भी सिखा रहा है. बच्चों के विरोध करने पर उनके साथ मारपीट भी की जाती है. आरोपी टीचर का नाम गफ्फार अहमद बताया जा रहा है. आरोप है कि गफ्फार बच्चों को हिजाब और बुर्का की खूबियां बताकर धर्मांतरण की ओर ले जा रहा है. हिन्दू संगठनों ने शासन-प्रशासन को शिकायती पत्र भेज कार्रवाई की मांग की है. साथ ही सबूत के तौर पर किताबें भी दिखाई हैं. वहीं जिला अधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने कहा है कि इसकी जांच कराई जाएगी.
मामला थाना बेहट इलाके के फैजाबाद का है. यहां शिक्षक गफ्फार अहमद पर आरोप है कि वह स्कूल में पढ़ने वाले हिन्दू बच्चों को जबरन अरबी व फारसी किताबें पढ़ाता है. इसमें से कुछ किताबें मजहबी तालीम वाली बताई जा रहीं हैं. आरोपी शिक्षक इस्लाम की धार्मिक किताबें प्रतिदिन अपने साथ लेकर आता है और छुट्टी के बाद साथ ही लेकर जाता है. आरोप है कि हिन्दू छात्र-छात्राओं को उर्दू भाषा के साथ इस्लामी तालीम का दबाव बनाता है. अगर कोई बच्चा विरोध करता है तो उनके साथ मारपीट की जाती है.
हिंदू संगठन का कहना है कि प्राथमिक विद्यालय में ज्यादातर बच्चे गरीब और अनुसूचित समाज से हैं. जिसका फायदा उठाकर मुस्लिम शिक्षक उन्हें धर्मांतरण की ओर ले जा रहा है. बच्चों पर इसका असर भी दिख रहा है. मामला संज्ञान में आया तो बजरंग दल पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सहारनपुर के जिलाधिकारी और एसएसपी से मामले की शिकायत की है.
बजरंग दल पदाधिकारी हरीश कौशिक ने बताया कि मुस्लिम शिक्षक सरकारी कोर्स के अतिरिक्त उर्दू की किताबें पढ़ने का दबाव बनाता है. इस्लामिक किताबों के माध्यम से हिन्दू बच्चियों को हिजाब और बुर्का पहनने की तालीम दे रहा है. मुस्लिम शिक्षक द्वारा वह सब पढ़ाया जा रहा है जिसका उत्तर प्रदेश की शिक्षा प्रणाली से कोई लेना-देना नहीं है. आरोप है कि शिक्षक गफ्फार दारुल उलूम देवबंद से जुड़ा हुआ है और सरकारी स्कूल में दारुल उलूम की शिक्षा पद्धति लागू करना चाहता है.
बजरंग दल पदाधिकारी के इस पत्र में छात्रों को मौखिक तौर पर काफिर, मोमिन और दोजख जैसी बातें बताए जाने का जिक्र है. आरोप है कि गफ्फार अहमद मूलतः सहारनपुर के ही दारुल उलूम देवबंद से जुड़ा हुआ है. हरीश कौशिक ने गफ्फार के खिलाफ जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. हरीश कौशिक का कहना है कि इससे पहले भी वो गफ्फार की शिकायत जिले के अधिकारियों से कर चुके हैं, लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है. वहीं जिला अधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. मामले की जांच कराई जाएगी. इसके बाद संबधित अध्यापक के खिलाफ कार्यवाई की जाएगी.