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कार्यकाल खत्म होने से 19 पहले ही जिला पंचायत सदस्य ने दिया इस्तीफा, अध्यक्ष पर लगाए गंभीर आरोप - MUNSIYARI SARMOLI WARD

जिपंस जगत मर्तोलिया ने दिया त्यागपत्र, राज्य और 15वें वित्त के वितरण में पक्षपात का लगाया आरोप.

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जिपंस जगत मर्तोलिया (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 12, 2024, 9:45 PM IST

पिथौरागढ़: कार्यकाल खत्म होने से 19 दिन पहले पिथौरागढ़ जिले में मुनस्यारी के सरमोली वार्ड के जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जगत मर्तोलिया ने अपना त्यागपत्र जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा को आज ईमेल के माध्यम से भेजा है.

उन्होंने अपने त्यागपत्र में आरोप लगाया है कि राज्य वित्त और 15 वें वित्त के बजट का अमाउंट ही बोर्ड में रखा जाता है. जबकि समस्त योजनाएं का नाम और राशि के साथ बोर्ड से पास की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिला पंचायत नियमावली के अनुसार उक्त बजट अध्यक्ष की निधि नहीं होती है.

उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण बजट पर बोर्ड और गठित समितियों का अधिकार होता है. जिला पंचायत अध्यक्ष इस बजट की घोषणा भी नहीं कर सकती है. नियमों के विरुद्ध केवल जिले के आठ में से एक विकासखंड पिथौरागढ़ में ही सर्वाधिक बजट लगाया गया है.

उन्होंने सवाल उठाया कि पत्रांक 976 दिनांक 6 नवम्बर 2024 को प्राविधिक, तकनीकी, वित्तीय, प्रशासनिक स्वीकृति की प्रतिआशा में 159.72 करोड़ रुपए की निविदा किसके हित में आमंत्रित की गई. उन्होंने कहा कि इस वर्ष के राज्य वित्त एवं 15वें वित्त के बजट वितरण में पक्षपात की सीमा को भी लांग दिया गया है.

उन्होंने कहा कि इस त्यागपत्र में जिला पंचायत में चल रहे नियम विरुद्ध मामलों का खुलासा कर रहे है. इस पक्षपात के खिलाफ सड़क से लेकर न्यायालय तक संघर्ष किया जाएगा.

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पिथौरागढ़: कार्यकाल खत्म होने से 19 दिन पहले पिथौरागढ़ जिले में मुनस्यारी के सरमोली वार्ड के जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जगत मर्तोलिया ने अपना त्यागपत्र जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा को आज ईमेल के माध्यम से भेजा है.

उन्होंने अपने त्यागपत्र में आरोप लगाया है कि राज्य वित्त और 15 वें वित्त के बजट का अमाउंट ही बोर्ड में रखा जाता है. जबकि समस्त योजनाएं का नाम और राशि के साथ बोर्ड से पास की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिला पंचायत नियमावली के अनुसार उक्त बजट अध्यक्ष की निधि नहीं होती है.

उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण बजट पर बोर्ड और गठित समितियों का अधिकार होता है. जिला पंचायत अध्यक्ष इस बजट की घोषणा भी नहीं कर सकती है. नियमों के विरुद्ध केवल जिले के आठ में से एक विकासखंड पिथौरागढ़ में ही सर्वाधिक बजट लगाया गया है.

उन्होंने सवाल उठाया कि पत्रांक 976 दिनांक 6 नवम्बर 2024 को प्राविधिक, तकनीकी, वित्तीय, प्रशासनिक स्वीकृति की प्रतिआशा में 159.72 करोड़ रुपए की निविदा किसके हित में आमंत्रित की गई. उन्होंने कहा कि इस वर्ष के राज्य वित्त एवं 15वें वित्त के बजट वितरण में पक्षपात की सीमा को भी लांग दिया गया है.

उन्होंने कहा कि इस त्यागपत्र में जिला पंचायत में चल रहे नियम विरुद्ध मामलों का खुलासा कर रहे है. इस पक्षपात के खिलाफ सड़क से लेकर न्यायालय तक संघर्ष किया जाएगा.

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