गाजीपुर: यूपी के चर्चित मनोज राय हत्याकांड में माफिया मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगियों की मुश्किलें बढ़ गई है. मुख्तार और उसके सहयोगियों के खिलाफ मनोज राय के पिता की गवाही पूरी हो गई है.
मनोज राय के पिता की गवाही पूरी: गाजीपुर के एमपी एमएलए कोर्ट में मनोज राय के पिता शैलेंद्र राय तारिख पर उपस्थित होकर अपनी गवाही जज के सामने पूरी की. इस दौरान उन्होंने 164 के बयान की पुष्टि करते हुए अपनी शिकायत को कलमबंद बयान के जरिए जज अरविंद मिश्र के सामने पूर्ण किया. इस मुकदमें में अगली तारीख 12 मार्च 2024 को तय की गई है, जिसमें अब जिरह की कार्यवाही होनी है.
साल 2001 में हत्या 2023 में मामला दर्ज: आपको बता दें कि शैलेंद्र राय ने जनवरी 2023 में गाजीपुर के थाना मोहम्मदाबाद में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बेटे मनोज राय जो मुख्तार अंसारी के साथ मिलकर ठेकेदारी का काम करता था. मनोज राय को मुख्तार अंसारी के कहने पर उनके सहयोगी सुरेंद्र, गौस मोइनुद्दीन ने साथियों के साथ मिलकर 14 जुलाई 2001 को बिहार के बक्सर स्थित उनके गांव सगराव से लेकर गए. और 15 जुलाई 2001 को गोलीमार कर मोहम्दाबाद कोतवाली के उसरी चट्टी के पास फेंक दिए थे.
माफिया के भय के चलते केस करने में देरी: एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने देर से केस दर्ज कराने के बारे में बताया कि, मृतक मनोज राय के पिता शैलेंद्र राय ने बताया है कि, बेटे के हत्या की सूचना के बाद हमलोग मुख्तार अंसारी के रसूख से इतने भयभीत थे कि परिवार के जान माल की सुरक्षा को लेकर डर गए थे. जब यूपी में मुख्तार अंसारी और उसके गैंग पर सख्ती और खिलाफ कार्रवाई होने लगी तो हमने शिकायत दर्ज कराई जिससे कि हमें भी न्याय मिल सके. इस मामले में मुख्तार अंसारी के वकील लियाकत अली ने भी शैलेंद्र राय के गवाही की पुष्टि की, और बताया कि मुकदमें में अगली तारीख 12 मार्च पड़ी है, जिसमें अब जिरह की कार्यवाही होगी.
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