पटनाः वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा है कि NDA की पार्टियों में कोई तालमेल नहीं है. काराकाट इसका बड़ा उदाहरण है जहां बीजेपी ने साजिश के तहत उपेंद्र कुशवाहा को हराने के लिए ही पवन सिंह को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतारा है.
अपने-अपने लिए लड़ रहे हैं NDA के दलः मुकेश सहनी ने कहा कि NDA में शामिल दल एकजुट नहीं हैं और सब अपने-अपने लिए ही लड़ रहे हैं. चाहे वो एलजेपी हो या जेडीयू हो या फिर बीजेपी हो और सब एक-दूसरे को हराने की कोशिश में लगे हैं. अब देखिये न ! उपेंद्र कुशवाहाजी को कैसे काराकाट में फंसा दिया.
'अपने मन से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं पवन': मुकेश सहनी ने कहा कि काराकाट से जो पवन सिंह चुनाव लड़ रहे हैं वो अपने मन से थोड़े ही लड़ रहे हैं. पवन सिंह को चुनाव तो बीजेपी लड़ा रही है.ये तो जगजाहिर है कि बीजेपी के जितने टॉप लेवल के नेता हैं उनके सीधे संपर्क में हैं.
"पवन सिंह को इंडी गठबंधन की ओर से भी चुनाव लड़ने का ऑफर था लेकिन पता चला कि सामने बीजेपी है तो नहीं लड़ा. अगर जेडीयू रहता तो लड़ते, एलजेपी रहती तो लड़ते लेकिन बीजेपी है करके नहीं लड़े. यानी बीजेपी से जो व्यक्ति इतना डरे वो कैसे वहां पर चुनाव लड़ेंगे उपेंद्र कुशवाहा को हराने के लिए ? "- मुकेश सहनी, अध्यक्ष, वीआईपी
'चुनाव के दौरान आती है बिहार की याद': चुनाव के दौरान प्रचार के लिए पीएम के रोड शो और असम के सीएम हिमंत बिस्वा और योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे को लेकर मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार में सबका स्वागत है लेकिन सिर्फ चुनाव के समय ही नहीं बाकी समय में भी आइये, बिहार के लिए सोचिए,बिहार के युवा के लिए सोचिए किसान के लिए सोचिए सिर्फ चुनाव के समय में उन्माद फैलाने के लिए आ रहे हैं यह सही नहीं है.
"अपने आप को हिंदू, सनातन और गौ माता का रक्षक कहते हैं और बीफ कंपनी से ढाई सौ करोड़ का चंदा लेते हैं ताकि वह कंपनी और ज्यादा से ज्यादा पशु का कत्ल करवा सके जिससे कि आपको मुनाफा मिल सके. ये लोग सिर्फ ढोंग कर रहे हैं. इन्हें न विरासत से मतलब है और न ही विकास से कोई मतलब है, ये सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं" मुकेश सहनी, अध्यक्ष, वीआईपी