लखनऊ : यूपी में समाजवादी पार्टी को आम आदमी पार्टी का समर्थन मिला है. आपके कार्यकर्ता प्रदेश के सभी 80 लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर उनके और 'इंडिया' गठबंधन के प्रत्याशियों को जीतने का काम करेंगे. यह बात राज्यसभा सांसद व आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कही. शुक्रवार की शाम को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से मिलने उनके आवास पर पहुंचे थे.
इस अवसर उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में चुनाव नहीं लड़ेगी, लेकिन इंडिया गठबंधन के घटक दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के प्रत्याशियों को पूरा समर्थन देगी. आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता कर इस बात का एलान किया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हम बिना शर्त 'इंडिया' गठबंधन के साथ खड़े हैं. यह चुनाव देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने और तानाशाह हुकूमत के खिलाफ जनता को लामबंद करने का है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में भाजपा की जीत को लेकर आत्म विश्वास नहीं है. अगर भाजपा जीत रही होती तो वो चुनाव के दौरान विपक्ष के नेताओं के खिलाफ इस तरह कार्रवाई नहीं करती. वहीं, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह चुनाव सामान्य परिस्थितियों में नहीं हो रहा है, बल्कि इस चुनाव पर पूरे देश और दुनिया की नजर है. आज पूरी दुनिया में भारत की बदनामी हो रही है कि किसी राज्य के मुखिया को झूठे मुकदमें में जेल भेज दिया गया.
संजय सिंह ने कहा कि जब हमारी पार्टी के मुखिया को जेल में डाला गया तो समाजवादी पार्टी ने हमारा साथ दिया, इस लड़ाई में सपा और अखिलेश यादव के हम आभारी हैं. यह चुनाव आम चुनाव नहीं है, यह लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान के बचने का चुनाव है. तानाशाह के खिलाफ लोग को एकजुट करने का चुनाव है. संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली में भी भाजपा ने ऑपरेशन लोट्स शुरू कर दिया है. हमारे मंत्री राजकुमार आनंद की फैक्ट्री पर पहले ईडी का छापा पड़वाया गया और बाद में उनको इस्तीफा देने का दबाव बनाया गया. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन 2024 का लोकसभा चुनाव जीतेगा. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के जहां पर भी प्रत्याशी हैं, वहां आम आदमी पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता और निर्वाचित प्रतिनिधि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी को जिताने के लिए काम करेंगे. यह बड़ी लड़ाई है. यह लड़ाई लोकतंत्र को बचाने और तानाशाही को खत्म करने की है. कोई भी राजनेता अगर चुनाव जीत रहा होता है तो ऐसे हथकंडे नहीं अपनाता है, जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. अगर पीएम मोदी अपने विपक्षी दलों के नेताओं पर फर्जी मुकदमें लगा रहे हैं, उनको जेल में डाल रहे हैं, तो इसका मतलब है कि पीएम मोदी के अंदर जीत को लेकर आत्मविश्वास नहीं है. अगर आत्मविश्वास होता तो वो चुनाव के समय में ऐसी कार्रवाई कतई नहीं करते.
वहीं, इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के समर्थन में दिल्ली में बड़ी रैली हुई थी, मैं भी उस रैली में गया था. मैंने कहा था कि दुनिया में भारत की बदनामी हुई है. भारत के बारे में चर्चा हो रही है कि चुने हुए लोग और किसी राज्य के मुखिया के साथ ऐसा हो रहा है. भारत की जिन संस्थाओं से लोगों को न्याय मिलना चाहिए, भाजपा उसमें भी हस्तक्षेप कर रही है. ऐसा तो हम लोग प्रधान स्तर के चुनाव में देखते थे. लेकिन, किसी राज्य के चुने गए मुख्यमंत्री के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया गया है कि उसे झूठे मुकदमें लगाकर जेल भेज दिया जाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह ही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी जेल भेज दिया गया. पूरा देश जानता है कि भाजपा ने इन्हीं संस्थाओं की मदद से महाराष्ट्र में अपनी सरकार बनवा ली. इन्हीं संस्थाओं से लोगों को डराकर वसूली कर ली, अब तो पुलिस को आगे करके लोगों को अपनी पार्टी में शामिल कर रहे हैं. भाजपा में गए कई नेताओं ने कहा है कि हम शरीर से तो भाजपा में जा रहे हैं, लेकिन आत्मा से आपके साथ हैं.