पीयूष सिंह राजपूत. प्री मॉनसून एक्टिविटी बढ़ने से जहां प्रदेश के ज्यादातर जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो रही है, तो वहीं दूसरी ओर उत्तरी व उत्तर पूर्वी मध्यप्रदेश अभी भी भीषण गर्मी की चपेट में रहेगा. दरअसल, दक्षिण पश्चिम मॉनसून यानी साऊथ वेस्ट मॉनसून जबलपुर संभाग से प्रदेश में एंट्री ले सकता है लेकिन पूरे प्रदेश में मॉनसून सक्रिय होने में ज्यादा वक्त लग सकता है.
एमपी में मॉनसून की ताजा स्थिति
मौसम विभाग के मुताबिक शुरुआत में मध्यप्रदेश के मध्य क्षेत्रों तक पहुंचने में मॉनसून 17-18 जून तक का समय ले सकता है. भारतीय मौसम विभाग के परमेंद्र कुमार के मुताबिक, '' मध्यप्रदेश के दक्षिण में मॉनसून 15 जून या उससे पहले आ सकता है.'' हालांकि, पूरे प्रदेश में मॉनसून सक्रिय होने में ज्यादा वक्त लग सकता है. इसका सीधा मतलब ये है कि मध्यप्रदेश में मॉनसून की एंट्री आपके जिले में भी बारिश होने की गारंटी नहीं है. हो सकता है कि उत्तरी क्षेत्रों को बारिश के लिए 17 जून या उससे ज्यादा इंतजार करना पड़े.
बनी हुई है समय से पहले पहुंचने की संभावना
मौसम विभाग ने जो तारीखें दी हैं, वे कई आंकड़ों और परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं. 15 जून या उससे पहले दक्षिणी मध्यप्रदेश में मॉनसून पहुंचने की बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि मॉनसून केरल डेढ़ दिन पहले पहुंच गया था. ऐसे में ये अनुमान लगाया गया कि 12 से 15 जून तक पश्चिमी व दक्षिण पश्चिमी मध्यप्रदेश को राहत मिल जाएगी.
प्री मॉनसून में भी गर्मी का एहसास
प्रदेश में प्री मॉनसून गतिविधियां तेज हो गई हैं, इसके बावजूद कई शहरों के तापमान में जबर्दस्त उछाल देखने को मिल रहा है. सीधी में सोमवार को रिकॉर्ड 45.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, तो वहीं सिंगरौली में 43.3 और सतना में 43.1 डिग्री सेल्सियस तक पारा पहुंचा.
कहां तक पहुंचा है मॉनसून 2024?
मॉनसून को केरल से टकराए 12 दिन हो गए हैं और सामान्य परिस्थितियों में यह 15 दिनों में मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्से को छू जाता है. बात करें देश में मॉनसून की ताजा स्थिति की, तो आईएमडी की ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि केरल से टकराने के बाद दक्षिण-पश्चिम मॉनसून मंगलवार को उत्तरी अरब सागर के कुछ और हिस्सों से ऊपर बढ़ गया है. महाराष्ट्र और उसके बाकी हिस्सों में सक्रिय होने के साथ यह छत्तीसगढ़ तक जा पहुंचा है.
आज से इन जिलों में आंधी व बारिश
प्री मॉनसून व वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के असर से मंगलवार को मंडला, डिंडैरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, शहडोल, घंसौर, पिपरिया, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, जबलपुर और पचमढ़ी समेत कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश होगी. वहीं 12 जून से जबलपुर संभाग के ज्यादातर जिलों में आंधी व भारी बारिश की संभावना बनी हुई है.