भोपाल (PTI)। मध्यप्रदेश के सभी 52 जिलों में वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू होगी. प्रदेश में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 और 13 मई को चार चरणों में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था. राज्य में 66.87 फीसदी मतदान हुआ. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार पुरुषों का ये आंकड़ा 69.37 प्रतिशत और महिलाओं में 64.24 प्रतिशत है. सभी जिलों के मुख्यालयों पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. चुनाव आयोग ने 29 सीटों के लिए 116 केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है और वे सभी अपने निर्धारित मतगणना केंद्रों पर पहुंच गए हैं. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने सोमवार को संवाददाताओं से यह बात कही.
एमपी में कुल 3,883 टेबल लगाई गई
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने बताया "मध्य प्रदेश में ईवीएम वोटों की गिनती के लिए कुल 3,883 टेबल लगाई गई हैं. जबकि डाक मतपत्रों की गिनती के लिए 242 टेबल लगाई गई हैं. गिनती की प्रक्रिया डाक मतपत्रों की गिनती के साथ शुरू होगी. खजुराहो लोकसभा सीट के तहत पवई विधानसभा क्षेत्र के लिए अधिकतम 24 राउंड की गिनती होगी, जबकि भिंड लोकसभा सीट के तहत सेवढ़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए न्यूनतम 12 राउंड की गिनती होगी. बालाघाट लोकसभा सीट के सिवनी विधानसभा क्षेत्र, मंडला लोकसभा सीट के केवलारी और लखनादौन सीटों के साथ-साथ विदिशा लोकसभा सीट के बुधनी क्षेत्र के लिए एक-एक टेबल लगाई गई हैं."
डाक मतपत्रों की गिनती सबसे पहले
मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजन ने बताया "मतगणना के दिन केंद्रीय बलों की 18 कंपनियां, विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) की 45 कंपनियां और जिला सुरक्षा बलों के 10,000 जवानों को तैनात किया गया है. सोमवार को दोपहर 3 बजे से डाक मतपत्रों को मतगणना केंद्रों पर लाया जा रहा है. सेवा मतदाताओं के मतपत्र मंगलवार सुबह 8 बजे तक मतगणना केंद्र पर स्वीकार किए जाएंगे, जिसके लिए डाक विभाग के कर्मचारियों को विशेष पास जारी किए गए हैं. कुल 37,573 सेवा मत प्राप्त हुए हैं. संबंधित जिला रिटर्निंग अधिकारियों ने 85 वर्ष से अधिक आयु के 35,211 व्यक्तियों और 12,816 दिव्यांगजनों द्वारा घरेलू मतदान सुविधा का लाभ उठाया."
एमपी में इन सीटों के परिणामों पर सभी की नजर
2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी छिंदवाड़ा को छोड़कर राज्य की 29 में से 28 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार के चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ की छिंदवाड़ा और राजगढ़ से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना से, प्रदेश भाजपा प्रमुख वीडी शर्मा खजुराहो से, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान विदिशा से, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया रतलाम-झाबुआ से और कमलनाथ के बेटे और मौजूदा सांसद नकुल नाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं. इन सीटों पर सभी की नजरें टिकी हैं.