सागर। सागर में लोकायुक्त पुलिस ने लेबर इंस्पेक्टर को 30 हजार रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. दरअसल, लेबर इंस्पेक्टर ने आरओ वॉटर प्लांट का निरीक्षण कर संचालक को करीब एक करोड़ जुर्माने का डर दिखाकर एक लाख रिश्वत की मांगी. बातचीत में सौदा 60 हजार में तय हुआ. शुक्रवार दोपहर बाद लेबर इंस्पेक्टर लालमणि सिंह को दफ्तर में रिश्वत की पहली किश्त 30 हजार लेते हुए लोकायुक्त ने दबोच लिया.
आरओ वाटर प्लांट के निरीक्षण के बाद मांगी रिश्वत
सागर के मकरोनिया के आनंद नगर निवासी देवांशु चौबे सेमरबाग में आरओ वॉटर प्लांट का संचालन करते हैं. कुछ दिन पहले श्रम निरीक्षक लालमणि सिंह अपने स्टाफ के साथ प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने प्लांट में कई तरह की अव्यवस्थाएं और अनियमितताएं बताते हुए प्लांट संचालक को 9 लाख 60 हजार जुर्माने की कार्रवाई का डर दिखाया. उससे कहा कि अगर एक हफ्ते के भीतर जुर्माना नहीं भरा त़ो ये जुर्माना 99 लाख रुपए हो जाएगा. इसके बाद खु्द संचालक से कहने लगे कि अगर कार्रवाई से बचना चाहते हैं तो एक लाख की रिश्वत देनी पड़ेगी.
लोकायुक्त ने लेनदेन की बातचीत रिकॉर्ड कराई
इसके बाद देवांशु चौबे ने 19 जुलाई को लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज करायी. जहां उन्हें रिकॉर्डर दिया गया. देवांशु ने रिश्वत के बारे में लालमणि सिंह से बात की और एक लाख की जगह 60 हजार में सौदा तय हो गया. बातचीत की रिकार्डिंग के बाद लेबर इंस्पेक्टर लालमणि सिंह ने देवांशु चौबे को व्हाट्सएप कॉल किया और कहा कि 30 हजार रुपए अभी और 30 हजार रुपए अगले महीने दे देना. रिश्वत की पहली किश्त 30 हजार रुपए शुक्रवार को देना तय हुआ.
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दफ्तर में रंगे हाथ पकड़े गए लेबर इंस्पेक्टर
बातचीत के अनुसार शुक्रवार शाम को देवांशु चौबे श्रम कार्यालय पहुंचे और श्रम निरीक्षक लालमणि सिंह को रिश्वत की पहली किश्त 30 हजार देने लगे. इसी दौरान लोकायुक्त पुलिस टीम को इशारा किया गया. पहले से मौजूद लोकायुक्त टीम ने तत्काल लेबर इंस्पेक्टर को रंगे हाथ पकड़ लिया. लेबर इंसपेक्टर लालमणि सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्रवाई की गई है. निरीक्षक लोकायुक्त अंजु सिंह ने ये कार्रवाई की.