भोपाल। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. इन सीटों पर 27 मार्च तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे. कांग्रेस इन छह सीटों में से तीन सीटों पर अभी तक अपने उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है. उम्मीदवारों को लेकर दिल्ली में केन्द्रीय चुनाव अभियान समिति की बैठक मंगलवार को टाल दी गई थी, अब यह बैठक गुरूवार को होगी. माना जा रहा है कि इस दिन मध्य प्रदेश के उम्मीदवारों के नामों का भी ऐलान कर दिया जाएगा.
पहले चरण का नामांकन 27 मार्च तक
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मध्यप्रदेश की 6 सीटों पर नामांकन प्रक्रिया 20 मार्च से शुरू हो गई है. नामांकन भरने की अंतिम तारीख 27 मार्च है. नामांकन पत्रों की जांच 28 मार्च को की जाएगी. 30 मार्च तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने साधा कांग्रेस पर निशाना
उधर, कांग्रेस द्वारा अभी तक सूची जारी न किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि "मध्य प्रदेश में बीजेपी ने ज्यादातर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. हम चाहते हैं कि लोकतंत्र में सभी पार्टियां बेहतर हों, लेकिन दुर्भाग्य से कांग्रेस अच्छी स्थिति में नहीं है. मेरी जानकारी के हिसाब से 18 उम्मीदवारों के नाम ही अभी तक घोषित नहीं किए जा सके हैं."
कल हो सकती है कांग्रेस की दूसरी सूची जारी
कांग्रेस मध्य प्रदेश की 28 लोकसभा सीटों में से 10 सीटों पर ही अपने उम्मीदवार तय कर पाई है. इस तरह अभी 18 सीटों पर उम्मीदवार का ऐलान होना अभी बाकी है. एक सीट कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ दी है. प्रदेश की 29 सीटों में से 6 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है, लेकिन कांग्रेस अभी शहडोल, जबलपुर और बालाघाट सीट पर उम्मीदवार का ऐलान नहीं कर सकी है. उम्मीदवारों के नामों को लेकर दिल्ली में कांग्रेस केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक अब गुरूवार को होने जा रही है. इस बैठक में मध्य प्रदेश को लेकर भी चर्चा होगी. बैठक में राहुल गांधी भी उपस्थित हो सकते हैं.
इसलिए टल रही लगातार सूची
बताया जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस द्वारा बाकी सभी 18 सीटों पर नए सिरे से मशक्कत कर पैनल तैयार कर केन्द्रीय चुनाव समिति को भेजा जा चुका है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी चाहते हैं कि प्रदेश के बड़े नेता भी चुनाव मैदान में उतरें, लेकिन बड़े नेता चुनाव लड़ने में दिलचस्पी ही नहीं दिखा रहे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, प्रदेश प्रभारी जितेन्द्र सिंह और विधानसभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने तमाम सीनियर नेताओं से चुनाव में उतरने को लेकर चर्चा की है और इसके बाद तमाम सीटों पर एक-एक नाम का पैनल तैयार कर दिल्ली भेज दिया है. बताया जा रहा है कि बड़े नेताओं की आनाकानी के चलते ही सूची में देरी हो रही है.