भोपाल। राजधानी भोपाल समेत एमपी के-अलग अलग शहरों में कुत्तों के काटने के बढ़ते मामलों के बीच में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी मैदान में आ गई हैं. उमा भारती ने सीएम डॉ मोहन यादव को चिट्ठी लिखकर अनुरोध किया है कि इस मामले का व्यवहारिक समाधान निकाला जाए और इस समाधान में जो अड़चन बनते हैं. नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर तुरंत कार्रवाई करके उन्हें नियमानुसार कठोरतम दंड दिया जाए. अकेले भोपाल में ही एक साल के भीतर कुत्तों के काटने के 20 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं.
कुत्तों के काटने पर उमा की सीएम को चिट्ठी
उमा भारती ने सीएम डॉ मोहन यादव को जो चिट्ठी लिखी है. उसमें उन्होंने लिखा है कि पूरे प्रदेश में खास तौर पर भोपाल में श्वानों के द्वारा लोगों को काटने य बच्चों को खा जाने के प्रकरण आपकी जानकारी में होंगे. उन्होंने लिखा कि भोपाल में जिन दो बच्चों को कुत्तों ने खा लिया है. वे मजदूर एवं साधनहीन परिवार से हैं. उनसे बात करते समय ये तथ्य भी सामने आ गये कि निर्माण कार्य में लगी कंपनियां अपने यहां पर कार्यरत मजदूरों के बच्चों और स्त्रियों के प्रति हमारी सरकार द्वारा बनाई गई श्रमिक नीति का पालन नहीं करे रहे हैं.
उन्होंने लिखा है कि जिस तरह से निर्माण स्थल पर काम कर रहे मजदूर के सात महीने के बच्चे को कुत्ते खीचकर ले गए और उसे खा लिया. ये अपराधिक लापरवाही कंपनी की भी है. हमारे देश में गरीबों के बच्चों को कुत्ते खा जाएं ये हमारे पूरे देश और समाज की व्यवस्था के लिए कलंक है. उन्होंने लिखा है कि आप हम सब पशु पक्षी एवं प्रकृति प्रेमी हैं. इसलिए मेरा आपसे अनुरोध है कि आप एक व्यवहारिक समाधान इस समस्या का अवश्य निकालें एवं इसमें अड़चन बने व नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर तुरंत कार्रवाई करके नियमानुसार कठोरतम दंड दें.
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5 साल में कुत्तों के काटने के बीस हजार से ज्यादा मामले
अकेले भोपाल में ही बीते पांच साल में कुत्तों के काटने के बीस हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. कुत्तों के काटने के मामले इतने ज्यादा बढ़ गए हैं कि भोपाल के सरकारी अस्पतालों में रैबीज इंजेक्शन के लिए कुत्तों के काटने से घायल हुए लोगों को कतार में खड़े रहना पड़ता है.