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MP में विधायक निधि को लेकर सियासत, कांग्रेस ने लगाया CM मोहन यादव पर भेदभाव का आरोप

Congress Allegations On CM Mohan: एमपी में कांग्रेस ने सीएम मोहन यादव पर भेदभाव का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने विधायक निधि आवंटन में भेदभाव का आरोप लगाया है. कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सवाल खड़े किए हैं.

Congress Allegations on CM Mohan
एमपी कांग्रेस का बीजेपी पर आरोप
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 21, 2024, 3:30 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में अब विधायक निधि को लेकर सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार द्वारा विधायक निधि आवंटन में भेदभाव किया जा रहा है. भाजपा विधायकों को जहां करोड़ों रुपए के विकास कार्य दिए जा रहे हैं. वहीं कांग्रेस विधायकों से अब तक प्रस्ताव ही नहीं लिए गए. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इसको लेकर सवाल खड़े किए हैं.

विक्रांत भूरिया ने कहा सरकार कर रही भेदभाव

कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जब शपथ ली थी, तो उन्होंने वादा किया था कि वह ना किसी के भय से प्रभावित होकर और ना पक्षपात से प्रभावित होकर कोई निर्णय नहीं लेंगे, लेकिन विधायक निधि में भेदभाव किया जा रहा है. बीजेपी विधायकों से मुख्यमंत्री और भाजपा द्वारा लगातार संपर्क किया जा रहा है. उनसे कहा जा रहा है कि आप 15-15 करोड़ रुपए के काम दीजिए. मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि जब वह मुख्यमंत्री बने हैं तो वह पूरे मध्य प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री बने हैं. सभी विधायक के लिए उन्हें समान होना चाहिए, लेकिन कांग्रेस विधायक को ना तो विधायक निधि दी जा रही है और ना ही सरकार और प्रशासन द्वारा उनके कामों को लेकर संपर्क किया गया है.

  • "मुख्यमंत्री जी, आपने शपथ लेते हुए वादा किया था कि आप न तो किसी भय से, न ही किसी पक्षपात से प्रभावित होकर अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे। लेकिन आपकी मौजूदा कार्यनीति से पक्षपात साफ नज़र आ रहा है ।
    आप पूरे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं , विधायक निधि न देना और 15 करोड़ सिर्फ भाजपा… https://t.co/SVSG6r9rR7

    — Dr.Vikrant Bhuria (@VikrantBhuria) January 21, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विधायक चाहे कांग्रेस का हो या बीजेपी का उसके द्वारा जो विकास कार्य किया जाएगा, वह जनता के लिए ही किया जाएगा. इसलिए राज्य सरकार को विधायक निधि के कामों में भेदभाव नहीं करना चाहिए. उधर पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि सिर्फ बीजेपी के विधायकों को ही 15- 15 करोड़ और सांसदों को 50-50 करोड़ विकास कार्यों के लिए दिए जा रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री महोदय यह सही है ? यह भेदभाव तो उचित नहीं. प्रदेश में कर मतदाताओं का पैसा है केवल बीजेपी का नहीं.

यहां पढ़ें...

बीजेपी ने किया पलटवार

उधर भाजपा विधायक भगवानदास सब्नानी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस हर मुद्दे में राजनीति ही करती है. राज्य सरकार प्रदेश की जनता के लिए उत्तरदाई है और उनके क्षेत्र के विकास में सरकार कभी भेदभाव नहीं करती. मध्य प्रदेश के विकास और जनता की भलाई के हित में जो भी काम जरूरी होंगे वह किए जाएंगे.

भोपाल। मध्य प्रदेश में अब विधायक निधि को लेकर सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार द्वारा विधायक निधि आवंटन में भेदभाव किया जा रहा है. भाजपा विधायकों को जहां करोड़ों रुपए के विकास कार्य दिए जा रहे हैं. वहीं कांग्रेस विधायकों से अब तक प्रस्ताव ही नहीं लिए गए. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इसको लेकर सवाल खड़े किए हैं.

विक्रांत भूरिया ने कहा सरकार कर रही भेदभाव

कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जब शपथ ली थी, तो उन्होंने वादा किया था कि वह ना किसी के भय से प्रभावित होकर और ना पक्षपात से प्रभावित होकर कोई निर्णय नहीं लेंगे, लेकिन विधायक निधि में भेदभाव किया जा रहा है. बीजेपी विधायकों से मुख्यमंत्री और भाजपा द्वारा लगातार संपर्क किया जा रहा है. उनसे कहा जा रहा है कि आप 15-15 करोड़ रुपए के काम दीजिए. मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि जब वह मुख्यमंत्री बने हैं तो वह पूरे मध्य प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री बने हैं. सभी विधायक के लिए उन्हें समान होना चाहिए, लेकिन कांग्रेस विधायक को ना तो विधायक निधि दी जा रही है और ना ही सरकार और प्रशासन द्वारा उनके कामों को लेकर संपर्क किया गया है.

  • "मुख्यमंत्री जी, आपने शपथ लेते हुए वादा किया था कि आप न तो किसी भय से, न ही किसी पक्षपात से प्रभावित होकर अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे। लेकिन आपकी मौजूदा कार्यनीति से पक्षपात साफ नज़र आ रहा है ।
    आप पूरे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं , विधायक निधि न देना और 15 करोड़ सिर्फ भाजपा… https://t.co/SVSG6r9rR7

    — Dr.Vikrant Bhuria (@VikrantBhuria) January 21, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विधायक चाहे कांग्रेस का हो या बीजेपी का उसके द्वारा जो विकास कार्य किया जाएगा, वह जनता के लिए ही किया जाएगा. इसलिए राज्य सरकार को विधायक निधि के कामों में भेदभाव नहीं करना चाहिए. उधर पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि सिर्फ बीजेपी के विधायकों को ही 15- 15 करोड़ और सांसदों को 50-50 करोड़ विकास कार्यों के लिए दिए जा रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री महोदय यह सही है ? यह भेदभाव तो उचित नहीं. प्रदेश में कर मतदाताओं का पैसा है केवल बीजेपी का नहीं.

यहां पढ़ें...

बीजेपी ने किया पलटवार

उधर भाजपा विधायक भगवानदास सब्नानी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस हर मुद्दे में राजनीति ही करती है. राज्य सरकार प्रदेश की जनता के लिए उत्तरदाई है और उनके क्षेत्र के विकास में सरकार कभी भेदभाव नहीं करती. मध्य प्रदेश के विकास और जनता की भलाई के हित में जो भी काम जरूरी होंगे वह किए जाएंगे.

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