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मोतिहारी कोर्ट का बड़ा फैसला, कुख्यात कुणाल सिंह को आजीवन कारावास की सजा - Motihari court decision

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 8, 2024, 7:47 PM IST

Motihari Court Decision: मोतिहारी में कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. जिला जज ने AK 47 बरामदगी मामले में कुणाल सिंह को दोषी पाते हुए सजा सुनाई है. साथ ही विभिन्न धाराओं में 42 हजार रुपया अर्थदंड भी लगाया गया है.

कुख्यात कुणाल सिंह को आजीवन कारावास की सजा
कुख्यात कुणाल सिंह को आजीवन कारावास की सजा (ETV Bharat)

मोतिहारी: एके 47 बरामदगी मामले में कोर्ट ने कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. जिला एवं सत्र न्यायाधीश देवराज त्रिपाठी ने अत्याधुनिक हथियार बरामदगी मामले में कुणाल सिंह को दोषी पाते हुए सजा सुनाई है. वहीं विभिन्न धाराओं में 42 हजार रुपया अर्थदंड की सजा भी कोर्ट ने सुनाई है. अर्थदंड नहीं देने पर कुणाल सिंह को अतिरिक्त सजा काटनी होगी.

कुख्यात कुणाल सिंह को आजीवन कारावास: इस मामले में सत्रवाद संख्या 1028/2023 विचारण के दौरान अपर लोक अभियोजक सुभाष चंद्र यादव ने 11 गवाहों को न्यायालय में प्रस्तुत कर अभियोजन का पक्ष रखा. वहीं बचाव पक्ष की ओर से वरीय अधिवक्ता कन्हैया प्रसाद सिंह ने पक्ष रखा. मंगलवार 7 मई को न्यायालय ने कुणाल सिंह को दोषी ठहराया था और न्यायालय ने 8 मई बुधवार को सजा के बिंदु पर फैसला सुनाया.

आधा दर्जन आपराधिक व आर्म्स एक्ट मामले में दोषी: न्यायाधीश ने अपने निर्णय में अभियुक्त कुणाल कुमार सिंह के विरूद्ध 21 आपराधिक मामले होने की चर्चा की है. न्यायालय ने कुणाल सिंह को आधा दर्जन आपराधिक व आर्म्स एक्ट मामले में दोषी पाते हुए सजा सुनाई है. मामले में पिपराकोठी थाना के तत्कालीन एसआई मनोज कुमार सिंह ने पिपराकोठी थाना कांड संख्या 63/2023 दर्ज कराया था.

"15 मार्च 2023 की शाम में कुख्यात कुणाल कुमार सिंह के अपने घर पर अन्य हथियारबंद अपराधियों के साथ एकत्रित होने की गुप्त सूचना मिली थी. अपराधियों के पास अत्याधुनिक हथियार होने की भी जानकारी मिली थी. एएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर कुणाल सिंह के घर पर छापेमारी की गई, जहां कुणाल कुमार सिंह पकड़ा गया. उसके अन्य साथी पुलिस की भनक लगते ही फरार हो गए." -मनोज कुमार सिंह, एसआई

छापेमारी में मिले थे आर्म्स: कुणाल कुमार सिंह के पास से पुलिस ने 9 एमएम का लोडेड पिस्टल, 9 एमएम के दो मैगजीन, नाइन एमएम का 20 कारतूस, मोबाइल, छह वाकी टाकी बरामद किया. वहीं घर में कंबल से ढके बैग से रखे एक एके 47 रायफल बरामद हुआ,जिसमें 25 गोली मैगजीन सहित था. साथ ही एक बुलेट मोटरसाइकिल भी पुलिस ने बरामद की.

कौन है कुणाल कुमार सिंह? : बता दें कि पिपराकोठी थाना के कुड़िया बंगरी निवासी अशर्फी सिंह का पुत्र कुणाल कुमार सिंह है. वह जिला के कुख्यात अपराधियों की सूची में शामिल है. कुणाल सिंह पर पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के कई थानों में कुल 17 संगीन मामले दर्ज हैं. जिसमें हत्या, रंगदारी, पुलिस और उत्पाद टीम पर हमला, स्कूल पर फायरिंग समेत कई मामले हैं.

मुखिया पति का हत्यारोपी: इसका नाम सबसे पहले हरपुरनाग के मुखिया पति विरेंद्र ठाकुर की हत्या में सामने आया था और अपराध की यह पौध देखते-देखते जरायम की दुनिया में छा गया था. उसके बाद रक्सौल के कैम्ब्रिज स्कूल पर अंधाधुंध फायरिंग कर लोगों में दहशत फैला दिया था. लेकिन कुख्यात बब्लू दूबे की बेतिया कोर्ट में हत्या के बाद कुणाल सिंह सुर्खियों में आया था.

2017 में गिरफ्तारी: इसकी गिरफ्तारी वर्ष 2017 में गिरफ्तारी हुई थी. फिर जमानत पर निकलकर वह फरार हो गया, जिसके बाद कुणाल सिंह को तत्कालिन एसपी उपेंद्र शर्मा के नेतृत्व में पकड़ने गई पुलिस टीम के साथ उसकी मुठभेड़ हुई थी. जिसमें दो अपरिधियों के साथ ही एक भैंस को भी गोली लगी थी और कुणाल अंधेरे का फयदा उठाकर फरार हो गया था.

पुलिस पर किया था हमला: जबकि हाल ही में उसने अपने गांव में हीं उत्पाद पुलिस पर कातिलाना हमला किया था,जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे.उसके बाद पुलिस लगातार उसके तलाश में थी. फिर वह 15 मार्च 2023 को अत्याधुनिक हथियार के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया.जिस मामले में न्यायालय ने कुणाल सिंह सजा सुनाई है.

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कुख्यात कुणाल सिंह को आजीवन कारावास: इस मामले में सत्रवाद संख्या 1028/2023 विचारण के दौरान अपर लोक अभियोजक सुभाष चंद्र यादव ने 11 गवाहों को न्यायालय में प्रस्तुत कर अभियोजन का पक्ष रखा. वहीं बचाव पक्ष की ओर से वरीय अधिवक्ता कन्हैया प्रसाद सिंह ने पक्ष रखा. मंगलवार 7 मई को न्यायालय ने कुणाल सिंह को दोषी ठहराया था और न्यायालय ने 8 मई बुधवार को सजा के बिंदु पर फैसला सुनाया.

आधा दर्जन आपराधिक व आर्म्स एक्ट मामले में दोषी: न्यायाधीश ने अपने निर्णय में अभियुक्त कुणाल कुमार सिंह के विरूद्ध 21 आपराधिक मामले होने की चर्चा की है. न्यायालय ने कुणाल सिंह को आधा दर्जन आपराधिक व आर्म्स एक्ट मामले में दोषी पाते हुए सजा सुनाई है. मामले में पिपराकोठी थाना के तत्कालीन एसआई मनोज कुमार सिंह ने पिपराकोठी थाना कांड संख्या 63/2023 दर्ज कराया था.

"15 मार्च 2023 की शाम में कुख्यात कुणाल कुमार सिंह के अपने घर पर अन्य हथियारबंद अपराधियों के साथ एकत्रित होने की गुप्त सूचना मिली थी. अपराधियों के पास अत्याधुनिक हथियार होने की भी जानकारी मिली थी. एएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर कुणाल सिंह के घर पर छापेमारी की गई, जहां कुणाल कुमार सिंह पकड़ा गया. उसके अन्य साथी पुलिस की भनक लगते ही फरार हो गए." -मनोज कुमार सिंह, एसआई

छापेमारी में मिले थे आर्म्स: कुणाल कुमार सिंह के पास से पुलिस ने 9 एमएम का लोडेड पिस्टल, 9 एमएम के दो मैगजीन, नाइन एमएम का 20 कारतूस, मोबाइल, छह वाकी टाकी बरामद किया. वहीं घर में कंबल से ढके बैग से रखे एक एके 47 रायफल बरामद हुआ,जिसमें 25 गोली मैगजीन सहित था. साथ ही एक बुलेट मोटरसाइकिल भी पुलिस ने बरामद की.

कौन है कुणाल कुमार सिंह? : बता दें कि पिपराकोठी थाना के कुड़िया बंगरी निवासी अशर्फी सिंह का पुत्र कुणाल कुमार सिंह है. वह जिला के कुख्यात अपराधियों की सूची में शामिल है. कुणाल सिंह पर पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के कई थानों में कुल 17 संगीन मामले दर्ज हैं. जिसमें हत्या, रंगदारी, पुलिस और उत्पाद टीम पर हमला, स्कूल पर फायरिंग समेत कई मामले हैं.

मुखिया पति का हत्यारोपी: इसका नाम सबसे पहले हरपुरनाग के मुखिया पति विरेंद्र ठाकुर की हत्या में सामने आया था और अपराध की यह पौध देखते-देखते जरायम की दुनिया में छा गया था. उसके बाद रक्सौल के कैम्ब्रिज स्कूल पर अंधाधुंध फायरिंग कर लोगों में दहशत फैला दिया था. लेकिन कुख्यात बब्लू दूबे की बेतिया कोर्ट में हत्या के बाद कुणाल सिंह सुर्खियों में आया था.

2017 में गिरफ्तारी: इसकी गिरफ्तारी वर्ष 2017 में गिरफ्तारी हुई थी. फिर जमानत पर निकलकर वह फरार हो गया, जिसके बाद कुणाल सिंह को तत्कालिन एसपी उपेंद्र शर्मा के नेतृत्व में पकड़ने गई पुलिस टीम के साथ उसकी मुठभेड़ हुई थी. जिसमें दो अपरिधियों के साथ ही एक भैंस को भी गोली लगी थी और कुणाल अंधेरे का फयदा उठाकर फरार हो गया था.

पुलिस पर किया था हमला: जबकि हाल ही में उसने अपने गांव में हीं उत्पाद पुलिस पर कातिलाना हमला किया था,जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे.उसके बाद पुलिस लगातार उसके तलाश में थी. फिर वह 15 मार्च 2023 को अत्याधुनिक हथियार के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया.जिस मामले में न्यायालय ने कुणाल सिंह सजा सुनाई है.

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