मुरैना। बड़े-बुजुर्गों द्वारा हमेशा ये बात कही जाती है कि मौत का कोई भरोसा नहीं, किस पल आ जाए. इस बात को आज मुरैना में सैकड़ों लोगों ने अपनी आंखों के सामने सच होते देखा. ये घटना है मुरैना जिला अस्पताल की. मंगलवार सुबह एक युवक अपने चचेरे भाई की डेडबॉडी लेकर अस्पताल पहुंचा. बॉडी का पीएम होने के बाद वह कफन लेने के लिए बाइक से बाजार गया. लेकिन वापस आते समय जिंदगी ने धोखा दे दिया. अस्पताल आने से पहले ही उसे रास्ते में इतना तेज हार्ट अटैक पड़ा कि उसकी मौत हो गई.
चचेरे भाई ने किया था सुसाइड, एक के बदले दो अर्थी उठीं
जब परिजन अस्पताल से एक साथ दो अर्थियां लेकर गांव पहुंचे तो शोक की लहर फैल गई. मामले के अनुसार मुरैना जिले के दिमनी थाना क्षेत्र की हद में आने वाले चेंटा गांव निवासी मुन्ना सिंह परमार के बेटे सतेंद्र परमार (40 वर्ष) ने सोमवार रात अपने घर में सुसाइड कर लिया. मंगलवार सुबह करीब 4 बजे परिजनों को इसकी जानकारी मिली. इसके बाद परिजन आनन-फानन में उसे वाहन में रखकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
ALSO READ: इंदौर हाईकोर्ट परिसर में कार में बैठे अधिवक्ता की साइलेंट हार्ट अटैक से मौत सीआरपीएफ जवान ने पत्नी से मांगी चाय और आ गई मौत, छुट्टी बिताने आया था घर |
जिला अस्पताल के सामने आया हार्ट अटैक, मौत
शव का पोस्टमार्टम होने के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने परिजनों से कफन ओर पैकिंग का सामान बाजार से लाने के लिए कहा. यह सुनते ही मृतक के चाचा का बेटा आकाश परमार (25 वर्ष) अपने साथ गांव के एक अन्य युवक को लेकर बाइक से सामान लेने के लिए बाजार के लिए निकला. बाजार से कफन व अन्य सामान खरीदने के बाद वे दोनों बाइक से वापस लौट रहे थे कि जिला अस्पताल के सामने ही आकाश को हार्ट अटैक आ गया. उसका साथी तत्काल उसे उठाकर इमरजेंसी में लेकर पहुंचा, यहां पर डॉक्टरों ने जांच करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.