मुरैना: सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में एक बोरवेल के पास एक स्ट्रीट डॉग का बच्चा गिर गया था. जानकारी लगते ही नगर निगम, एसडीआरएफ, पुलिस कर्मचारी और गौ सेवक उसे बचाने में जुट गए. बुधवार सो रेस्क्यू ऑपरेशन 24 घंटे चला और गुरुवार देर शाम साढ़े 7 बजे पपी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
बुलाई गई एसडीआरएफ की टीम
जानकारी के मुताबिक, बुधवार शाम 5 बजे पुलिस हाऊसिंग कॉलोनी के पास गड्ढे में स्ट्रीट डॉग का बच्चा गिर गया था. स्ट्रीट डॉग को बचाने के लिए नगर निगम की जेसीबी मशीन बुलाई गई. साथ ही इसके रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया. स्ट्रीट डॉग के बच्चे की आवाज सुनकर वहां लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गई. वहां मौजूद सभी लोगों ने मिलकर उसे बचाने का प्रयास करना शुरू कर दिया, लेकिन कई घंटों बाद भी उसे नहीं निकाला जा सका.
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इलाज के दौरान डॉग की हुई मौत
इस दौरान मौके पर पुलिस भी मौजूद रही. एसडीआरएफ की टीम और स्थानीय लोग लगातार उसे निकालने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद गुरुवार की दोपहर 1 बजे बड़ी मशीन एलएनटी बुलाई गई और उससे खुदाई शुरू की गई. दिनभर की खुदाई के बाद गुरुवार देर शाम करीब साढ़े 7 बजे गड्ढे में फंसे पपी को जिंदा हालत में बाहर निकालकर पशु अस्पताल भेजा गया. इलाज के दौरान डॉग की मौत हो गई. इस मामले में पुलिस लाइन की आरआई कनक सिंह चौहान ने बताया, '' पुलिस आवास परिसर के पास हुए गड्डे में डॉगी का बच्चा गिर गया था. रेस्कयू ऑपरेशन कर उसे जीवित निकाला गया, लेकिन इलाज के दौरान डॉगी के बच्चे की मौत हो गई है.''