मुरैना। जिले में पिछले 3 दिन से हो रही लगातार बारिश के चलते किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. खेतों में खड़ी हजारों बीघा खरीफ की फसलें बारिश की भेंट चढ़ गई हैं. किसान अब सरकार से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा मांग रहे हैं. बता दें कि मुरैना जिले के साथ ही पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी है. खेत में खड़ी मक्का, बाजरा, तिल्ली, ज्वार, मूंग, मूंगफली, सोयाबीन, उड़द पूरे तरीके से गल चुकी है तो वहीं कुछ फसलें सड़ गई हैं.
सांक, आसन ओर क्वारी नदी में उफान
मुरैना जिले में सांक नदी, आसन नदी ओर क्वारी नदी में आए उफान के बाद नदी किनारे बसे गांवों की फसलें बर्बाद हो गई हैं. नूराबाद के लोहगढ गांव, मुरैना का डोमपुरा गांव में फसलों को भारी नुकसान हुआ है. अब किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ गई हैं. किसान सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं. किसानों ने सरकार से मांग की है कि बारिश में बर्बाद हुई फसलों का जल्द सर्वे कराया जाए. बर्बाद फसलों का उचित मुआवजा दिया जाए. मुरैना जिले के लोहगढ गांव के किसान निहाल सिंह यादव का कहना है कि बरसात से बाजरे के कई बीघा खेत में खड़ी फसल बर्बाद हो गई.
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खेतों के साथ ही गांवों में पानी भरा, घरों का सामान भी बर्बाद
परेशान किसानों का कहना है कि खेतों के साथ ही गांव में घरों में पानी भर गया. गृहस्थी का सामान भी खराब हो रहा है. वहीं, मुरैना जिले के प्रभारी मंत्री करण सिंह वर्मा का कहना है
" मुख्यमंत्री ने वीसी माध्यम से सभी कलेक्टर और जिले के अधिकारियों की बैठक ली है. इसमें बारिश में बर्बाद फसलों के सर्वे के निर्देश दिए हैं. किसानों मुआवजा दिया जाएगा. किसानों के नुकसान की भरपाई की जाएगी. चाहे वह जनहानि हो पशु हानि हो या फसलों की हानि. सभी को जल्द मुआवजा दिया जाएगा."