मुरैना। किसानों को नकली बीज देने के मामले की जांच पुलिस कर रही है. मामले के अनुसार मुरैना जिले के बरेंडा गांव निवासी सत्यवीर मावई और राजेन्द्र मावई सहित करीब एक दर्जन किसानों ने जीवाजी गंज स्थित सुदर्शन एग्रो और सुदर्शन एग्रो सेल्स नामक खाद-बीज की दुकान से एक पखवाड़े पहले धान का बीज खरीदा. किसानों ने धान के पौधे उगाने के लिए ये बीज अपने खेतों में डाले. लेकिन निर्धारित समय में पौधे अंकुरित नहीं हुए.
किसानों पर केस दर्ज करने की धमकी
इसके बाद किसानों को चिंता हुई तो उन्होंने जमीन उकेरकर देखा तो उसमे बीज जैसे का तैसा पड़ा हुआ था. यह देखकर किसानों को समझते देर नहीं लगी कि वे ठगी का शिकार हो गए. इससे गुस्साए किसान मंगलवार दोपहर एकत्रित होकर मुरैना पहुंचे. यहां पर किसानों ने दुकानदार से नकली बीज की शिकायत की तो वे उल्टा किसानों पर ही मामला दर्ज करवाने की धमकी देने लगे. इसके बाद किसान कोतवाली थाने पहुंचे. यहां पर किसानों ने दुकानदार की शिकायत करते हुए धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने की मांग की.
एडीएम बोले- जांच के आदेश दिए हैं
इस मामले में जब कृषि विभाग के उप संचालक पीसी पटेल से पूछा तो उनका कहना है "आपके माध्यम से मेरे संज्ञान में यह मामला सामने आया है. मेरे पास अभी कोई किसान नकली बीज की शिकायत लेकर नहीं आया है. मैं इसको दिखवाता हूं. यदि कोई नकली बीज बेच रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी." वहीं, ADM सीबी प्रसाद का कहना है "ये मामला गंभीर है. SDM से बात हुई है कि ऐसे दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए."
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धोखाधड़ी से ऐसे बच सकते हैं किसान
ब्रांडेड कंपनी के बीज महंगे होते हैं, इस वजह से कई दुकानदार इसी तरीके से लोकल बीजों को अच्छी पैकिंग में तैयार करके बाजार में ब्रांडेड कंपनी के नाम पर बेच देते हैं. इससे दुकानदारों को तो मुनाफा होता है, लेकिन किसानों को बहुत अधिक नुकसान हो जाता है, क्योंकि वह बीज को ब्रांडेड कंपनी का मानकर बुआई करते हैं और इसका असर फसल के उत्पादन पर पड़ता है. किसानों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे जब बीज खरीदें तो बीज विक्रेता से पक्का बिल जरूर लें, क्योंकि यदि बीज नकली हुआ तो दुकानदार पक्का बिल नहीं देगा. ऐसी स्थिति में किसान थोड़ा बचाव तो कर ही सकते हैं.