मुरैना। जिले के निरार थाने में तैनात कॉन्स्टेबल की फर्जी किडनैपिंग का अजीबोगरीब मामला सामने आया है. फिरौती के लिए कॉन्स्टेबल की पत्नी के पास फोन आया और उससे 40 लाख रु की मांग की गई. कॉन्स्टेबल की पत्नी की शिकायत के आधार पर तलाश में जुटी पुलिस को उसकी लोकेशन राजस्थान के करौली जिले में मिली, जिसके बाद पुलिस को मामला संदिग्ध लगा. कहा जा रहा है कि कॉन्स्टेबल ने खुद अपनी किडनैपिंग की कहानी रची थी. फिलहाल उसे हिरासत में लेकर उसके साथी से भी पूछताछ की जा रही है.
क्या है पूरा मामला?
मुरैना जिले के निरार थाने में तैनात विजयपुर निवासी कॉन्स्टेबल शिवाशंकर सिंह रावत दो दिन की छुट्टी पर चल रहे थे. मंगलवार की दोपहर पत्नी से राजस्थान के हिंडौन जाने की बात करहकर घर से चले गए. बुधवार की सुबह उनकी पत्नी को एक फोन आया जिसमें कहा गया कि तुम्हारा पति हमारे कब्जे में है. फोन करने वाले ने कॉन्स्टेबल को छोड़ने के बदले 40 लाख की फिरौती मांगी. फिरौती मांगने वाले ने कॉन्स्टेबल की पत्नी से उसकी बात भी करवाई. कॉन्स्टेबल ने अपनी पत्नी को बताया कि वह एक लड़की के साथ पकड़ा गया था इसलिए इन लोगों ने उसे कब्जे में ले लिया है.
पुलिस ने राजस्थान से किया गिरफ्तार
कॉन्स्टेबल की पत्नी ने मामले की सूचना सबलगढ़ थाने में दी. थाना प्रभारी दर्शन लाल शुक्ला ने मामले से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया और पुलिस जांच में जुट गई. सबलगढ़ पुलिस ने हिंडौन पुलिस से संपर्क किया और मामले की जानकारी देते हुए कॉन्स्टेबल का पता लगाने में मदद मांगी. सबलगढ़ थाना प्रभारी दर्शन लाल शुक्ला अपनी टीम के साथ हिंडौन पहुंच गए और स्थानीय पुलिस के साथ कॉन्स्टेबल की तलाश में जुट गए. तलाश में जुटी पुलिस को बुधवार की शाम 04:15 बजे कॉन्स्टेबल की लोकेशन राजस्थान के करौली जिले के परिता में एक मोबाइल टॉवर के पास ट्रेस हुई. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर कॉन्स्टेबल शिवाशंकर सिंह रावत और उसके दोस्त योगेन्द्र रावत को को हिरासत में ले लिया. योगेन्द्र रावत सबलगढ़ से भाजपा विधायक सरला विजेन्द्र रावत की जेठानी का बेटा है. पुलिस दोनों को सबलगढ़ थाने लेकर आई और पूछताछ कर रही है.
पुलिस ने किडनैपिंग को बताया झूठ
मुरैना के एएसपी अरविंद ठाकुर ने फिरौती की बात को बेबुनियाद बताते हुए कहा, ''कॉन्स्टेबल दो दिन की छुट्टी पर चल रहे थे. उनकी पत्नी द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई की उनके पति कहीं चले गए हैं मिल नहीं रहे हैं. जिसके बाद पुलिस ने छानबीन करके कॉन्स्टेबल को राजस्थान के करौली जिले से खोज लिया है. मामला संदिग्ध लग रहा है लेकिन अपरहण और फिरौती की कहानी झूठी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.''