मुरैना: मध्य प्रदेश के मुरैना में करीब 45 किसानों की जमीन की रजिस्ट्री हो गई और इसकी उनको भनक तक नहीं लगी. पीड़ित किसानों का आरोप है कि उनकी 380 बीघा खेती की जमीन एक भू-माफिया द्वारा फर्जी तरीके से कागजात तैयार कराकर रजिस्ट्री करा ली गई. किसानों को इसकी जानकारी तब लगी जब कुछ लोग जमीन खाली कराने के लिए उनके खेतों में पहुंचे. सभी पीड़ित किसान मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर के सामने अपनी बात रखेंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे.
क्या है पूरा मामला?
मामला मुरैना जिले के नूराबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत बरेंड़ा गांव का है. जहां के करीब 45 किसानों का आरोप है कि उनकी 380 बीघा जमीन की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करा ली गई है. किसान जितेंद्र मावई ने बताया कि उन्हें शनिवार को पता चला कि उनकी जमीन की रजिस्ट्री हो गई है. दरअसल, वे खेत में काम कर रहे थे, इसी दौरान कुछ लोग आए और उन्हें खेत खाली करने की धमकी देने लगे. पूछने पर उन्होंने बताया की ये जमीन अब हमारी हो गई है. हमने इसकी रजिस्ट्री करा ली है. सभी किसान हैरान हो गए कि जब उन्होंने अपनी जमीन बेची ही नहीं तो फिर रजिस्ट्री कब और कैसे हो गई?
स्थानीय भू-माफिया पर लगाए आरोप
जितेंद्र मावई ने बताया, " लोलकपुर गांव का रहने वाला नरेश घुरैया भू-माफिया है. वो लोगों की जमीनों को फर्जी तरीके से बेच देता है." उनका आरोप है ये काम भी उसी का किया हुआ है. किसानों का कहना है कि पूरा गांव अचंभित है. उनकी इतनी कीमती जमीन बिक गई और उन्हें पता ही नहीं चला. किसानों ने कहा कि ये उनकी पुश्तैनी जमीन है. जिसपर वे खेती कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं. इस घटना के बाद किसानों में काफी आक्रोश है. सभी ने शनिवार को तहसील पहुंचकर अपनी जमीन की नकल निकलवाई और मंगलवार को कलेक्टर से मिलकर इसकी शिकायत करेंगे.
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कलेक्टर ने कहा शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी
इस मामले पर ईटीवी भारत के संवाददाता से बात करते हुए मुरैना अपर कलेक्टर सीबी प्रसाद ने कहा, " आपके द्वार मामला संज्ञान में आया है. किसान अभी तक अपनी शिकायत लेकर नहीं आए हैं. जब वे अपनी शिकायत लेकर आएंगे, तो उसकी जांच कराई जाएगी. सही पाए जाने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी."