देहरादून: उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर साल बच्चों को कृमि मुक्त रखने के लिए कृमि मुक्ति की दवाई खिलाई जाती है. इसी क्रम में राष्ट्रीय कृमि दिवस पर प्रदेश भर के करीब 37 लाख से अधिक बच्चों को कृमि नाशक दवाई खिलाई जाएगी. आज इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सभागार में मिशन निदेशक स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक स्वाति एस भदौरिया ने बताया गया कि प्रदेश भर में 10 सितंबर (राष्ट्रीय कृमि दिवस ) को 1 से 19 वर्ष की उम्र के बच्चों को कृमि मुक्ति की दवाई खिलाई जाएगी. वहीं, इस दिन जो बच्चे कृमि मुक्ति की दवाई खाने से बच जाएंगे, उन्हें 18 और 19 सितंबर को ये दवाई खिलाई जाएगी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड की ओर से राज्य के बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है. इसी क्रम में प्रदेश के सभी बच्चों को कृमि मुक्ति के लिए दवाई खिलाने का अभियान शुरू किया जा रहा है. इस अभियान के दौरान बच्चों को कृमि नाशक दवाई खिलाई जाएगी.
स्वाति एस भदौरिया ने बताया गया कि इस अभियान के दौरान कृमि नाशक दवाई राज्य के सभी सरकारी, निजी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को खिलाई जाएगी. पिछले साल कुल 34.96 लाख बच्चों को पेट में कीड़े मारने वाली दवा खिलाई गई थी. उन्होंने कहा कि कृमि संक्रमण, बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा पैदा कर सकता है, जिसके चलते बच्चों में कुपोषण, एनीमिया समेत अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने की संभावना है. ऐसे में बच्चों के परिजन इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और अपने बच्चों को कृमि मुक्ति दवाई जरूर खिलाएं.
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