पाकुड़: झुंड से बिछड़े बंदरों के आतंक से कई गांव के लोग इन दिनों काफी परेशान थे. साथ ही दर्जनों लोगों को अब तक घायल कर चुका है. हालांकि वन विभाग के अथक प्रयास से दोनों बंदरों को पकड़ लिया गया. फिलहाल बंदरों का इलाज चल रहा है. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के पाकुड़िया प्रखंड के मोंगलाबांध, सिरसाबांध खक्सा, बरमसिया, पाकुड़िया गांव के 13 पुरुष और 20 महिला को बंदरों ने घायल कर दिया.
सूचना मिलने के बाद वन विभाग के पदाधिकारी और कर्मी पहुंचे और आतंक मचा रहे बंदर को पकड़ा गया. इस दौरान दो वनकर्मी असराफुल शेख और जवरन अली भी जख़्मी हो गए. वन विभाग ने बताया कि बीते 15 दिनों से उत्पात मचा रहे दो बंदरों में से एक को बीते 27 अगस्त को पकड़ा गया था, जबकि दूसरे को मंगलवार को पकड़ा गया था.
वनकर्मी असराफुल शेख ने बताया कि आज बंदर को पकड़ने के लिए वन क्षेत्र पदाधिकारी बिनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गांव पहुंची और काफी मशक्कत के बाद दूसरे बंदर को भी पकड़ लिया गया. बताया गया कि दोनों बंदर झुंड से अलग होने और भोजन की तलाश में ग्रामीण इलाकों में घुस गए थे. इस दौरान कुल 33 ग्रामीण महिला-पुरुष को जख्मी कर दिया था. जबकि बंदर का रेस्क्यू के दौरान दो वनकर्मी भी जख़्मी हो गए. वन कर्मी असराफुल शेख ने बताया कि दोनों बंदरों को वन विभाग के कार्यालय में रखा गया और दोनों का इलाज होने के बाद सुरक्षित घने जंगलों में छोड़ दिया जाएगा.
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