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मध्य प्रदेश के कर्मचारियों के हाउस रेंट में बढ़ोत्तरी, मोहन यादव सरकार ने जारी किया आदेश - Mohan Yadav Govt Order

दिल्ली-मुंबई में काम करने वाले मध्य प्रदेश के कर्मचारियों को मोहन यादव नई सौगात देने जा रही है. प्रदेश सरकार अब इन कर्मचारियों के हाउस रेंट में बढ़ोत्तरी करने जा रही है. इन कर्मचारियों को छठे वेतनमान के हिसाब से गृह भाड़ा भत्ता दिया जाएगा.

MOHAN YADAV GOVT ORDER
मध्य प्रदेश के कर्मचारियों के हाउस रेंट में बढ़ोत्तरी (Mohan Yadav X Image)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 10, 2024, 9:30 PM IST

Updated : Sep 10, 2024, 10:56 PM IST

भोपाल: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने प्रदेश के कर्मचारियों को मिलने वाले गृह भाड़ा भत्ते को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. सरकार ने फैसला किया है कि मध्य प्रदेश शासन के दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में पदस्थ कर्मचारी अधिकारियों को प्रदेश में पदस्थ कर्मचारियों के समान गृह भाड़ा भत्ता दिया जाएगा. महानगरों में पदस्थ कर्मचारी अधिकारियों को अब अन्य कर्मचारियों के समान छठे वेतनमान के हिसाब से गृह भाड़ा भत्ता दिया जाएगा. उधर कर्मचारी संगठनों ने सरकार से 9 माह से लंबित महंगाई भत्ता और राहत दिए जाने की मांग की है.

Employees will Get House Rent Allowance
मध्य प्रदेश शासन के आदेश की कॉपी (ETV Bharat)

राज्य सरकार ने जारी किए आदेश

प्रदेश के कई कर्मचारी-अधिकारी दिल्ली और मुंबई जैसे दूसरे महानगरों में पदस्थ हैं. इन बड़े शहरों में आवास की गंभीर समस्या है. इसको देखते हुए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के बाहर महानगरों में पदस्थ इन कर्मचारी अधिकारियों को मूल वेतन के 30 फीसदी की दर से गृह भाड़ा भत्ता दिया जाता है. 2007 में जब इसको लेकर आदेश जारी किया गया था, तब प्रावधान किया गया था कि गृह भाड़ा भत्ता पांचवे वेतनमान के हिसाब से दिया जाएगा. जबकि मध्यप्रदेश में पदस्थ कर्मचारियों को 1 सितंबर 2012 से छठे वेतनमान के हिसाब से गृह भाड़ा दिया जा रहा है.

Mohan Yadav Govt Order
आदेश की कॉपी (ETV Bharat)

इसको देखते हुए अब राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि महानगरों में पदस्थ कर्मचारी-अधिकारियों को भी छठे वेतनमान के अंतर्गत निर्धारित वेतन बेंड में वेतन और ग्रेड वेतन के योग के 30 फीसदी के आधार पर ही गृह भाड़ा भत्ता दिया जाएगा. प्रदेश में पदस्थ कर्मचारी अधिकारियों को छठे वेतनमान के अंतर्गत वेतन बेंड में वेतन एवं ग्रेड वेतन के योग का 10 फीसदी गृह भाड़ा दिया जाता है.

यहां पढ़ें...

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कर्मचारी संगठन बोले 9 माह हुआ इंतजार

उधर कर्मचारी संगठनों ने सरकार से महंगाई भत्ता दिए जाने की मांग की है. तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने कहा कि 'सरकार प्रदेश के साढ़े 7 लाख कर्मचारियों और साढ़े 4 लाख पेंशनर्स को महंगाई भत्ता और राहत नहीं दे रही. जबकि इस पर सरकार पर 250 करोड़ का हर महीने खर्च आना है. वहीं प्रदेश की लाड़ली बहनों को सरकार 1250 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से हर माह 1574 करोड़ दे रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि लाडली बहनों को 5 हजार रुपए महीना दिए जाएंगे. कर्मचारी संगठन इसका स्वागत करते हैं, लेकिन सरकार कर्मचारियों को उनके हक से क्यों वंचित कर रही है. कर्मचारी संगठन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि आने वाले त्योहारों को देखते हुए कर्मचारियों को 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जाए.'

भोपाल: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने प्रदेश के कर्मचारियों को मिलने वाले गृह भाड़ा भत्ते को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. सरकार ने फैसला किया है कि मध्य प्रदेश शासन के दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में पदस्थ कर्मचारी अधिकारियों को प्रदेश में पदस्थ कर्मचारियों के समान गृह भाड़ा भत्ता दिया जाएगा. महानगरों में पदस्थ कर्मचारी अधिकारियों को अब अन्य कर्मचारियों के समान छठे वेतनमान के हिसाब से गृह भाड़ा भत्ता दिया जाएगा. उधर कर्मचारी संगठनों ने सरकार से 9 माह से लंबित महंगाई भत्ता और राहत दिए जाने की मांग की है.

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मध्य प्रदेश शासन के आदेश की कॉपी (ETV Bharat)

राज्य सरकार ने जारी किए आदेश

प्रदेश के कई कर्मचारी-अधिकारी दिल्ली और मुंबई जैसे दूसरे महानगरों में पदस्थ हैं. इन बड़े शहरों में आवास की गंभीर समस्या है. इसको देखते हुए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के बाहर महानगरों में पदस्थ इन कर्मचारी अधिकारियों को मूल वेतन के 30 फीसदी की दर से गृह भाड़ा भत्ता दिया जाता है. 2007 में जब इसको लेकर आदेश जारी किया गया था, तब प्रावधान किया गया था कि गृह भाड़ा भत्ता पांचवे वेतनमान के हिसाब से दिया जाएगा. जबकि मध्यप्रदेश में पदस्थ कर्मचारियों को 1 सितंबर 2012 से छठे वेतनमान के हिसाब से गृह भाड़ा दिया जा रहा है.

Mohan Yadav Govt Order
आदेश की कॉपी (ETV Bharat)

इसको देखते हुए अब राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि महानगरों में पदस्थ कर्मचारी-अधिकारियों को भी छठे वेतनमान के अंतर्गत निर्धारित वेतन बेंड में वेतन और ग्रेड वेतन के योग के 30 फीसदी के आधार पर ही गृह भाड़ा भत्ता दिया जाएगा. प्रदेश में पदस्थ कर्मचारी अधिकारियों को छठे वेतनमान के अंतर्गत वेतन बेंड में वेतन एवं ग्रेड वेतन के योग का 10 फीसदी गृह भाड़ा दिया जाता है.

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उधर कर्मचारी संगठनों ने सरकार से महंगाई भत्ता दिए जाने की मांग की है. तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने कहा कि 'सरकार प्रदेश के साढ़े 7 लाख कर्मचारियों और साढ़े 4 लाख पेंशनर्स को महंगाई भत्ता और राहत नहीं दे रही. जबकि इस पर सरकार पर 250 करोड़ का हर महीने खर्च आना है. वहीं प्रदेश की लाड़ली बहनों को सरकार 1250 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से हर माह 1574 करोड़ दे रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि लाडली बहनों को 5 हजार रुपए महीना दिए जाएंगे. कर्मचारी संगठन इसका स्वागत करते हैं, लेकिन सरकार कर्मचारियों को उनके हक से क्यों वंचित कर रही है. कर्मचारी संगठन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि आने वाले त्योहारों को देखते हुए कर्मचारियों को 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जाए.'

Last Updated : Sep 10, 2024, 10:56 PM IST
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