ETV Bharat / state

भव्य सिंहस्थ का खुल रहा है द्वार, बजट में केंद्र मोहन यादव सरकार को दे रहा है 18 हजार करोड़! - Union Budget 2024 Simhastha Fund

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 20, 2024, 12:31 PM IST

Updated : Jul 22, 2024, 7:42 PM IST

2028 में उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होने जा रहा है. जिसमें करीब 12 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है. आयोजन की पूरी व्यवस्था को लेकर मोहन यादव सरकार ने केंद्र सरकार से बजट में 18000 करोड़ रुपये की राशि की मांग की है.

Union Budget 2024 Simhastha Fund
मोहन यादव सरकार को सिंहस्थ के लिए चाहिए 18000 करोड़ (Etv Bharat)

Mohan Yadav Simhastha Mela 2028: महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में हर 12 साल में सिंहस्थ का आयोजन होता है. आखिरी धार्मिक मेला 2016 में आयोजित किया गया था. राजा हर्षवर्धन के काल से यहां कुंभ का मेला लगता आ रहा है. अब 2028 में सिंहस्थ का आयोजन होगा. इसको लेकर मध्य प्रदेश सरकार बड़े पैमाने पर तैयारियों में जुट गई है. सिंहस्थ 2028 के लिए मोहन यादव सरकार ने प्रारंभिक कार्य योजना बना ली है. सिंहस्थ की तैयारियों के लिए करीब 18000 करोड़ का खर्च आने वाला है. सरकार के सामने सबसे बड़ी समस्या पैसों को लेकर है. मोहन सरकार की पूरी नजर केंद्रीय बजट पर टिकी हुई है. राज्य सरकार केंद्र से सिंहस्थ के लिए राशि की मांग कर सकती है.

राज्य के बजट में सिंहस्थ के लिए 505 करोड़ का प्रावधान
दरअसल मोहन यादव सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उज्जैन को धार्मिक-आध्यात्मिक सर्किट के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है. सरकार ने सिंहस्थ 2028 के लिए आधिकारिक तौर पर केंद्र की मोदी सरकार से यह राशि मांगी थी. जिससे वहां बुनियादी ढांचे के विकास कार्य किये जाएंगे. मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के पेश किए गए बजट में सिंहस्थ 2028 के लिए इस वित्तीय वर्ष में पहले से ही 505 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है. सरकार का पूरा फोकस सिंहस्थ पर बना हुआ है.

लाखों लोग होंगे शामिल
2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ मेले में देश विदेश से करीब 12 करोड़ लोगों के आने की संभावना है. अब लोग इतने होंगे तो व्यवस्था भी उतनी ही बड़ी की जाएगी. हर बार मेले में साधु, संत, महामंडलेश्वर, गणमान्य नागरिक एवं आम जनता बड़ी संख्या में शामिल होने आती है. लाखों लोग अनुष्ठान, पवित्र स्नान और धार्मिक प्रवचनों में भाग लेते हैं.

स्टॉप डैम, सड़क चौड़ीकरण सहित होंगे यह कार्य
सिंहस्थ 2028 के मद्देनजर उज्जैन में कई बुनियादी कार्य किये जाएंगे. शिप्रा नदी में श्रद्धालु स्नान करते हैं, इसलिए नदी की सफाई और अपशिष्ट जल के प्रवाह को रोकने के लिए छोटे बांध बनाए जा रहे हैं. नालों का गंदा पानी शिप्रा नदी में ना मिले, इसको लेकर पर्याप्त संख्या में जगह-जगह स्टॉप डैम का निर्माण हो रहा है. वाहन पार्किंग एवं शुद्ध पेयजल तथा ठहरने की उत्तम व्यवस्था भी की जाएगी. महाकाल मंदिर तक जाने के लिए रास्ते का चौड़ीकरण किया जा रहा है. इसके अलावा फोरलेन एलिवेटेड कॉरिडोर भी बनाया जा रहा है. यह सभी कार्य सरकार 2028 से पहले पूर्ण करेगी.

Also Read:

'सिंहस्थ 2028' से पहले शिप्रा नदी को लेकर मध्य प्रदेश की मोहन सरकार लेगी बड़ा फैसला, होंगे करोड़ो खर्च - Ujjain Simhastha 2028

उज्जैन महाकुंभ को लेकर अभी से तैयारी शुरू, रिटायर्ड अधिकारियों-कर्मचारियों की सेवाएं लेगी सरकार, जानिए कब होगा आयोजन - Ujjain Mahakumbh Preparation Start

उज्जैन में बीजेपी की जीत का जश्न, अनिल फिरोजिया ने दोहराया पूरे करेंगे ये वादे - Ujjain BJP victory procession

केंद्र के बजट पर टिकी उम्मीद
इस मामले में उज्जैन उत्तर से बीजेपी विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा का कहना है "उज्जैन सिंहस्थ बहुत बड़ा आयोजन है. इस बार 2028 में आयोजित होने वाला कुंभ पहले के सिंहस्थ से ज्यादा भव्य होगा. चूंकि राज्य व केंद्र में बीजेपी की सरकार है. इसलिए लोगों की उम्मीदें भी ज्यादा हैं. मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की सरकार उज्जैन सिंहस्थ की तैयारी में आगे बढ़ चुकी है. यहां कई विकास कार्यों के लिए मोटी रकम की जरूरत पड़ेगी. शिप्रा को प्रदूषणमुक्त करना, शिप्रा में पानी का प्रवाह लगातार बनाए रखना, घाटों का नए सिरे से निर्माण करना है. उन्हें पूरी उम्मीद है कि केंद्र सरकार से सिंहस्थ के लिए उम्मीद से ज्यादा बजट मिलेगा."

सिंहस्थ देश का बड़ा धार्मिक आयोजन
वहीं, बीजेपी उज्जैन संभाग के प्रवक्ता सचिन सक्सेना का कहना है "सिंहस्थ प्रदेश ही नहीं पूरे देश का बड़ा धार्मिक आयोजन है. अब उज्जैन से ही मुख्यमंत्री है तो स्वाभाविक है कि उज्जैन के लोगों को ही क्यों, पूरे प्रदेश के लोगों को ज्यादा उम्मीदें हैं. मुख्यमंत्री मोहन यादव इस मामले में काफी गंभीरता व सक्रियता से काम भी कर रहे हैं."

Mohan Yadav Simhastha Mela 2028: महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में हर 12 साल में सिंहस्थ का आयोजन होता है. आखिरी धार्मिक मेला 2016 में आयोजित किया गया था. राजा हर्षवर्धन के काल से यहां कुंभ का मेला लगता आ रहा है. अब 2028 में सिंहस्थ का आयोजन होगा. इसको लेकर मध्य प्रदेश सरकार बड़े पैमाने पर तैयारियों में जुट गई है. सिंहस्थ 2028 के लिए मोहन यादव सरकार ने प्रारंभिक कार्य योजना बना ली है. सिंहस्थ की तैयारियों के लिए करीब 18000 करोड़ का खर्च आने वाला है. सरकार के सामने सबसे बड़ी समस्या पैसों को लेकर है. मोहन सरकार की पूरी नजर केंद्रीय बजट पर टिकी हुई है. राज्य सरकार केंद्र से सिंहस्थ के लिए राशि की मांग कर सकती है.

राज्य के बजट में सिंहस्थ के लिए 505 करोड़ का प्रावधान
दरअसल मोहन यादव सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उज्जैन को धार्मिक-आध्यात्मिक सर्किट के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है. सरकार ने सिंहस्थ 2028 के लिए आधिकारिक तौर पर केंद्र की मोदी सरकार से यह राशि मांगी थी. जिससे वहां बुनियादी ढांचे के विकास कार्य किये जाएंगे. मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के पेश किए गए बजट में सिंहस्थ 2028 के लिए इस वित्तीय वर्ष में पहले से ही 505 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है. सरकार का पूरा फोकस सिंहस्थ पर बना हुआ है.

लाखों लोग होंगे शामिल
2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ मेले में देश विदेश से करीब 12 करोड़ लोगों के आने की संभावना है. अब लोग इतने होंगे तो व्यवस्था भी उतनी ही बड़ी की जाएगी. हर बार मेले में साधु, संत, महामंडलेश्वर, गणमान्य नागरिक एवं आम जनता बड़ी संख्या में शामिल होने आती है. लाखों लोग अनुष्ठान, पवित्र स्नान और धार्मिक प्रवचनों में भाग लेते हैं.

स्टॉप डैम, सड़क चौड़ीकरण सहित होंगे यह कार्य
सिंहस्थ 2028 के मद्देनजर उज्जैन में कई बुनियादी कार्य किये जाएंगे. शिप्रा नदी में श्रद्धालु स्नान करते हैं, इसलिए नदी की सफाई और अपशिष्ट जल के प्रवाह को रोकने के लिए छोटे बांध बनाए जा रहे हैं. नालों का गंदा पानी शिप्रा नदी में ना मिले, इसको लेकर पर्याप्त संख्या में जगह-जगह स्टॉप डैम का निर्माण हो रहा है. वाहन पार्किंग एवं शुद्ध पेयजल तथा ठहरने की उत्तम व्यवस्था भी की जाएगी. महाकाल मंदिर तक जाने के लिए रास्ते का चौड़ीकरण किया जा रहा है. इसके अलावा फोरलेन एलिवेटेड कॉरिडोर भी बनाया जा रहा है. यह सभी कार्य सरकार 2028 से पहले पूर्ण करेगी.

Also Read:

'सिंहस्थ 2028' से पहले शिप्रा नदी को लेकर मध्य प्रदेश की मोहन सरकार लेगी बड़ा फैसला, होंगे करोड़ो खर्च - Ujjain Simhastha 2028

उज्जैन महाकुंभ को लेकर अभी से तैयारी शुरू, रिटायर्ड अधिकारियों-कर्मचारियों की सेवाएं लेगी सरकार, जानिए कब होगा आयोजन - Ujjain Mahakumbh Preparation Start

उज्जैन में बीजेपी की जीत का जश्न, अनिल फिरोजिया ने दोहराया पूरे करेंगे ये वादे - Ujjain BJP victory procession

केंद्र के बजट पर टिकी उम्मीद
इस मामले में उज्जैन उत्तर से बीजेपी विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा का कहना है "उज्जैन सिंहस्थ बहुत बड़ा आयोजन है. इस बार 2028 में आयोजित होने वाला कुंभ पहले के सिंहस्थ से ज्यादा भव्य होगा. चूंकि राज्य व केंद्र में बीजेपी की सरकार है. इसलिए लोगों की उम्मीदें भी ज्यादा हैं. मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की सरकार उज्जैन सिंहस्थ की तैयारी में आगे बढ़ चुकी है. यहां कई विकास कार्यों के लिए मोटी रकम की जरूरत पड़ेगी. शिप्रा को प्रदूषणमुक्त करना, शिप्रा में पानी का प्रवाह लगातार बनाए रखना, घाटों का नए सिरे से निर्माण करना है. उन्हें पूरी उम्मीद है कि केंद्र सरकार से सिंहस्थ के लिए उम्मीद से ज्यादा बजट मिलेगा."

सिंहस्थ देश का बड़ा धार्मिक आयोजन
वहीं, बीजेपी उज्जैन संभाग के प्रवक्ता सचिन सक्सेना का कहना है "सिंहस्थ प्रदेश ही नहीं पूरे देश का बड़ा धार्मिक आयोजन है. अब उज्जैन से ही मुख्यमंत्री है तो स्वाभाविक है कि उज्जैन के लोगों को ही क्यों, पूरे प्रदेश के लोगों को ज्यादा उम्मीदें हैं. मुख्यमंत्री मोहन यादव इस मामले में काफी गंभीरता व सक्रियता से काम भी कर रहे हैं."

Last Updated : Jul 22, 2024, 7:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.