Madhya Pradesh Leaders in Modi Cabinet: भारतीय जनता पार्टी को क्लीन स्वीप देने वाले मध्य प्रदेश को मोदी कैबिनेट में कितनी जगह मिलेगी इस बात को लेकर पशोपेश की स्थिति है. नीतीश और चंद्रबाबू नायडू की मांग के बाद मध्य प्रदेश के हिस्से में कितने मंत्री आएंगे और कौन से चेहरे जिन्हें मिल सकता है मंत्रालय या फिर नए लोगों को मिलेगा मौका. मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में मध्य प्रदेश से 5 मंत्री थे अब देखना यह होगा कि मध्य प्रदेश के 29 लोकसभा सांसदों में किसे मंत्री बनने का मौका मिलता है.
मध्य प्रदेश के हिस्से कितने मंत्री
भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव 2024 में देश के कई इलाकों में निराशा हाथ लगी है लेकिन मध्य प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को भरपूर समर्थन दिया है. यहां तक की भारत में सबसे अधिक मतों से जीतने वाले कई सांसदों में मध्य प्रदेश के ही सांसद शामिल हैं. जबलपुर के वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र दुबे का कहना है कि "मध्य प्रदेश में बढ़े हुए वोट शेयर के चलते मध्य प्रदेश से चुने हुए सांसदों को केंद्र सरकार में ज्यादा से ज्यादा जगह मिलनी चाहिए."
सबसे बड़ी जीत वाले सांसद को क्या मिलेगा
इंदौर में भारतीय जनता पार्टी को अब तक की सबसे बड़ी जीत मिली है. अब देखना यह होगा कि भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ी जीत दिलाने वाले सांसद शंकर लालवानी को मोदी मंत्रिमंडल में क्या मिलता है.
सबसे बड़े दावेदार
ज्योतिरादित्य सिंधिया
मध्य प्रदेश की 29 सीटों में कई नेता ऐसे जीते हैं जिनकी मोदी कैबिनेट में बड़ी दावेदारी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना से सांसद चुने गए. ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले कार्यकाल में केंद्र सरकार में नागरिक एवं उड्डयन मंत्री थे जाहिर सी बात है वह एक बार फिर अपना दावा करेंगे.
शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा लोकसभा से 8 लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल की है, जाहिर सी बात है शिवराज सिंह चौहान का दावा अब और मजबूत हो गया है.
विष्णु दत्त शर्मा
खजुराहो लोकसभा से चुनाव जीतकर दूसरी बार संसद में पहुंचे मध्य प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष ने अपने नेतृत्व में पूरी 29 लोकसभा सीटें जीती हैं. जाहिर सी बात है कि वीडी शर्मा का दावा भी किसी से कम नहीं है.
वीरेंद्र खटीक
वीरेंद्र खटीक पिछली मोदी सरकार में मंत्री थे. उन्होंने लगातार नौवीं बार लोकसभा का चुनाव जीता है इसलिए उनका दावा भी पहले से और अधिक मजबूत हो गया है.
फग्गन सिंह कुलस्ते
फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी अपनी राजनीति में यू टर्न लिया है वे विधानसभा का चुनाव हार गए थे लेकिन उन्होंने लोकसभा में एक बार फिर जीत हासिल की है. वह पिछली मोदी सरकार में इस्पात मंत्री थे और इस बार भी उन्हें उम्मीद है कि उन्हें मंत्रालय में जगह मिलेगी.
नए चेहरों को मिल सकता है मौका
कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में कमल खिलाने वाले बंटी साहू का दावा भी मजबूत है. यदि भारतीय जनता पार्टी को छिंदवाड़ा में कमलनाथ को जड़ से खत्म करना है तो बंटी साहू को मौका मिल सकता है.
गणेश सिंह
लोकसभा में सतना क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले गणेश सिंह लगातार पांचवीं बार चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंचे हैं और उनका दावा भी मंत्रालय में मजबूत है.
रोडमल नागर
मध्य प्रदेश कांग्रेस के चाणक्य माने जाने वाले दिग्विजय सिंह को राघोगढ़ लोकसभा से हराने वाले रोडमल नागर का दावा भी मजबूत है. यदि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को कमजोर करना है तो दिग्विजय सिंह को हराने वाले नेता को मोदी कैबिनेट में जगह देनी चाहिए.
मध्य प्रदेश ने जिस तरह का प्रदर्शन भारतीय जनता पार्टी ने किया है उससे यह तो स्पष्ट है कि इसका पुरस्कार मध्य प्रदेश को जरूर मिलना चाहिए और मोदी कैबिनेट में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जगह मिलनी चाहिए. पिछले कार्यकाल में मध्य प्रदेश से प्रहलाद सिंह पटेल, फग्गन सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र तोमर और वीरेंद्र खटीक मंत्री थे, अब देखना है इस बार मध्य प्रदेश से मोदी कैबिनेट में किस-किस को जगह मिलती है.