जयपुर. जिले की किशनगढ़-रेनवाल पंचायत समिति की ग्राम पंचायत काबरों का बास में मनरेगा योजना के तहत खुदाई के दौरान एक महिला श्रमिक की हार्ट अटैक से मौत हो गई. मनरेगा स्थल पर काम कर रहे अन्य श्रमिक महिला को किशनगढ़-रेनवाल के राजकीय उप जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां पर चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. पुलिस थाना रेनवाल के एएसआई झाबर सिंह ने बताया कि परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया.
घटना की जानकारी महिला के परिजनों और पुलिस को दी गई. जहां किशनगढ़ रेनवाल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली. मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि मनरेगा स्थल पर मनरेगा श्रमिक संतरा देवी पत्नी गिरधारी लाल के सीने में अचानक दर्द होने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां पर चिकित्सकों ने महिला श्रमिक को मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है.
पढ़ें: Free Mobile Distribution: फ्री मोबाइल लेने पहुंची महिला की मौत, ये है पूरा मामला
मनरेगा कार्यस्थल पर फर्स्ट एड बॉक्स भी नहीं था: इस भीषण गर्मी में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में मनरेगा योजना के तहत कार्य किया जा रहा है. ऐसे में मनरेगा श्रमिकों के लिए छांव, पानी के साथ ही फर्स्ट एड बॉक्स होना जरूरी है. बावजूद ग्राम पंचायत काबरो का बास में चल रहे मनरेगा योजना के तहत कार्य पर फर्स्ट एड बॉक्स भी नहीं मिला. जिसके चलते मनरेगा श्रमिकों ने नाराजगी जाहिर की. मनरेगा श्रमिकों ने सरपंच को भी मामले की सूचना दी, लेकिन मौके पर सरपंच मनरेगा श्रमिकों की कुशलक्षेम जानने नहीं पहुंचे. ऐसे में काम कर रहे मनरेगा श्रमिकों में सरपंच और पंचायत प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की.