शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार इन दिनों आर्थिक संकट से जूझ रही है. इस बीच विपक्ष सरकार पर फिजूलखर्ची को लेकर निशाने साधता रहता है. विपक्ष की ओर से सरकार को कैबिनेट रैंक बांटने पर भी घेरा जाता है. बीते मानसून सत्र में भी प्रदेश के वित्तीय हालात पर चर्चा हुई और विपक्षी विधायकों ने प्रश्नकाल के दौरान कई ऐसे ही सवाल पूछे थे.
किस-किसको मिला कैबिनेट रैंक ?
हाल ही में संपन्न हुए हिमाचल प्रदेश में मानसून सत्र के दौरान बिलासपुर विधायक त्रिलोक जम्वाल ने सवाल पूछा था कि सरकार ने किन-किन विधायकों और व्यक्तियों को कैबिनेट रैंक का दर्जा दिया हुआ है और इन लोगों पर सरकारी कोष से हर माह कितनी धनराशि व्यय की जा रही है. बीजेपी विधायक ने इसका नाम, पद और इनपर खर्च होने वाली धनराशि का ब्यौरा भी मांगा था. इसके जवाब में हिमाचल सरकार ने सदन में बताया कि इस संदर्भ में जानकारी एकत्र की जा रही है. इसके अलावा त्रिलोक जम्वाल ने पूछा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति को मद्देनजर रखते हुए सरकार इन पर व्यय की जा रही धनराशि को कम करने पर विचार रखती रही है.
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गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश आर्थिक संकट से जूझ रहा है. ऐसे में विपक्ष की ओर से सरकार पर अपने मित्रों को कैबिनेट रैंक और पद बांटने के आरोप लगाए जाते रहे हैं. गौरतलब है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री ने ही सदन में ऐलान किया था वो और सरकार के मंत्री, सीपीएस दो माह का वेतन विलंबित करेंगे. सीएम ने सदन के अन्य सदस्यों से भी ऐसा करने की अपील की थी. बता दें कि इस बार हिमाचल विधानसभा में 11 दिनों तक मानसून सत्र चला इस दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.