अजमेर: जिले के नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक रामस्वरूप लांबा को अपनी ही सरकार में न्याय नहीं मिल रहा है. लांबा का कहना है कि गृहमंत्री से शिकायत करने के बाद भी पीसांगन थाना प्रभारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. लांबा का आरोप है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जीरो टॉलरेंस की नीति लेकर चल रहे हैं, लेकिन अधिकारी उनकी नीति पर काम नहीं कर रहे हैं. लांबा ने मंगलवार को एसपी देवेंद्र बिश्नोई से मिलकर दोबारा पीसांगन थाना प्रभारी के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही कहा है कि एक जनप्रतिनिधि की सुनवाई नहीं करने पर इस मामले को सीएम स्तर तक ले जाया जाएगा.
विधायक रामस्वरूप लांबा ने बताया कि पीसांगन क्षेत्र में 5 सितंबर को एक कॉलोनी में बरसात अधिक होने से पानी भर गया. पानी की निकासी नहीं होने के कारण ग्रामीण शांतिपूर्वक अपना विरोध जता रहे थे. इस दौरान मौके पर पंहुचे पीसांगन थाना प्रभारी और पुलिस कांस्टेबलों ने जीप से उतरते ही वहां मौजूद ग्रामीणों पर लाठियां बरसाना शुरू कर दिया. पुलिस की लाठी से कुछ ग्रामीणों को चोट आई है. परिवादी ने पीसांगन थाना प्रभारी और कांस्टेबल के खिलाफ परिवाद दिया है.
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जीरो टॉलरेंस नीति को भी नहीं मानते अधिकारी : लांबा ने बताया कि इस घटना के बारे में जब उन्हें पता चला तो मौके पर पहुंच कर उन्होंने उच्च अधिकारियों से बातचीत की, जिसके मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन मिला था. लांबा ने बताया कि प्रकरण में कोई कार्रवाई नहीं होने पर एक दिन पहले ही गृह मंत्री को घटना का वीडियो भेज कर मामले की जानकारी दी गई. लांबा ने बताया कि एसपी देवेंद्र विश्नोई से मिलकर पीसांगन थाना प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की गई, लेकिन एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने मामले में जांच के लिए 2 दिन का समय और मांगा है. विधायक ने आरोप लगाया कि जनप्रतिनिधि होने के बावजूद भी उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है. पुलिस जनता की रक्षा के लिए है ना कि जनता पर जुल्म करने के लिए. मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति को अधिकारी नहीं मान रहे हैं.
सांवरलाल जाट के पुत्र हैं रामस्वरूप लांबा : जाट समाज के कद्दावर नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री रहे सांवरलाल जाट के पुत्र रामस्वरूप लांबा नसीराबाद से दूसरी बार विधायक हैं. सांवरलाल जाट राजस्थान सरकार में जल संसाधन मंत्री भी रहे हैं और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी माने जाते थे. वर्तमान में प्रदेश में भजनलाल सरकार है. हैरान करने वाली बात यह है कि भाजपा विधायक रामस्वरूप लांबा की शिकायत पर थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है, जबकि लांबा एसपी से लेकर गृहमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं